दोस्तो उत्तर प्रदेश में लोगो की हत्या करना आम बात हो गई है। लोग बिना कुछ सोचे समझे सीधे लोगो जान से मार देते है। बाद में क्या होगा उसकी परवाह नही होती है। अगर कोई पशु पक्षी किसी को चोट पहुचा दे तो उसको लोग जानवर का नाम देते है। पर यहां तो लोग ही लोगो की जान लेते है। कोई दूसरा नही अपने सगे संबंधि।
आख़िर अब आप किस पर भरोसा कर सकते है, और कहां जा सकते है। तो ऐसा ही केस लेकर आज आई हूं मैं आपके साथ। जिसमे एक ही रात को पति पत्नी की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी है। पूरी घटना जानने के लिए बने रहिए मेरे साथ। जासूस या जर्नालिस्ट। दोस्तो मामला महोबा जिला के श्रीनगर कस्बा का है।
जहाँ पर 21 अगस्त की रात को बुजुर्ग पति पत्नी को धारदार हथियार से गला काटकर हत्या करने का मामला सामने आया था। इसकी सूचना सुबह पुलिस को लगी। पुलिस मौके पर पहुँची दोनों शवों को कब्जे में लेकर जांच में जुट गई। हत्या का आरोप घर आये दो मेहमानों पर लगाया जा रहा था। हालांकि पुलिस ने 3 घंटे के अंदर ही एक अपराधी को गिरफ्तार कर लिया था।
मृतक की बहु अनीता ने बताया कि ससुर रेलवे विभाग में नौकरी करता था। जिसका रिटायरमेंट लगभग एक साल पहले हुआ था। जिसका रुपये उन्हें मिला था। देवपाल हमारी बहन का देवर है। वह अपने ससुराल जा रहा था तो यहां भी आ गया। दो रात रुका था। कल ससुर और देवपाल दोनों आपस मे बात कर रहे थे।
हो सकता हो ससुर शाम को पैसे लेकर आया हो, और देवपाल ने देख लिया हो। इसी वजह से रात को मर्डर कर दिया है। रात में जब हमारे कमरे के दरवाजा खटखटाये तो हम जागे। हमारे ससुर की लाश हमारे दरवाजे पर पड़ी थी। देवराज और मोहित फरार थे। हम लोग डर की वजह से नही चिल्ला पाए। हमे डर था कि कही हमारा भी मर्डर न कर दे। सुबह हमने लोगो को बताया।
पुलिस आई, पुलिस ने देवपाल को पकड़ भी लिया है। इस पूरे मामले को लेकर पुलिस प्रेम प्रसंग का मामला बता रही थी। महोबा अपर एसपी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि देवपाल और अनीता का प्रेम प्रसंग चल रहा था। रात को दोनों आपत्तिजनक हालात थे। जिसको मृतक ने देख लिया। विरोध करने पर धारदार हथियार से दोनों की हत्या कर दी गई थी।
इस मामले को लेकर जब हम मौके पर पहुँच स्थिति को देखी तो कुछ और ही समझ मे रहा था। जैसे कि मृतक महिला भुम्मन की लाश मेहमानों के कमरे में पड़ी थी। और मृतक गंगाधर की लाश उसके बेटे के कमरे के बाहर पड़ी थी। जब की महिला भुम्मन दूसरे कमरे में थी और मेहमानों के कमरे में गंगाधर सोया था।
मोहल्ला के लोगो से हमने गोपनीय तरीके से बात की तो लोगो ने कहा कि इस केस में और भी लोगो का हाथ है। क्योंकि दो लोग दो लोगो को नही मार सकते है। अगर मार भी सकते है तो क्या थोड़ी भी आवाज किसी को सुनाई नही दी। यह प्रेम प्रसंग का मामला नही है, यह सब रुपये का मामला है। गंगाधर को रिटायरमेंट के रुपये मिला था।
यह रुपये वह अपने दूसरे लड़का के बेटे को देना चाहता था। जिसकी वजह से यह केस हुआ है। अगर पुलिस प्रेम प्रसंग की बात कर रही है तो उसमें भी सवाल उठ रहे है कि आपत्तिजनक हालात में पहले किसने देखा, गंगाधर या महिला भुम्मन ने। यह सब बात पुलिस और परिवार वाले बना रहे है। जिससे अपराधी बच सके।
ये सारी बात सुनकर कई तरह के सवाल उठ रहे है, सवाल ये उठ रहा है कि मृतक के लड़के ने जब अपने माँ बाप को मृतक अवस्था में देखा तो रात को ही अपने कमरे के अंदर से पुलिस को फोन क्यों नही किया। एक घर के अंदर दो लोगो की हत्या हो गयी और लड़का बहु जान नही पाए ऐसे कैसे हो सकता है। अगर प्रेम प्रसंग का मामला है तो बहु और रिस्तेदार को आपत्तिजनक हालत में किसने देखा, मृतक महिला ने या गंगाधर ने।
जब रिस्तेदारो के साथ मे गंगाधर सोया था तो उसकी लाश बेटे के कमरे के बाहर और रिश्तेदार के कमरे में महिला की लाश कैसे मिली। सबसे बड़ा सवाल ये है कि अगर प्रेम प्रसंग का मामला था तो इतने जल्दी उनके हाथ मे हथियार कहा से आया। क्या रिश्तेदार पहले से चाकू कुल्हाड़ी लेकर मारने के लिए रखे थे, क्या देखने के बाद जरा भी समय नही मिला कि वह अपने लड़का बहु को जगा कर बता पाए, या जगाने के बाद भी लड़का बहु कमरे से बाहर नही निकले। क्या पुलिस इन सब सवालों को घेरे में रखकर जांच करेगी।
क्या सच मे सारे अपराधी जाएंगे जेल या खाना पूर्ति कर निपटायेगी मामला। तो दोस्तो ये थी हमारी आज की जासूसी भारी कहानी, इस घटना को लेकर आपके क्या सवाल है हमे कॉमेंट कर जरूर बताएं। अगर आपको यह वीडियो पसंद आया हो लाइक शेयर करें, हमारे चैनल को सब्सक्राइब करना न भूले और हा बैलआइकन जरूर दबाए। जिससे हर खबर आप तक भेज सके। अभी के लिए इतना ही अगले एपिसोड में फिर मिलेंगे नये जासूसी भारी केस के साथ। दीजिये इजाजत नमस्कार।