मुद्दे की बात के पहले एपिसोड में, खबर लहरिया की मैनेजिंग एडिटर- मीरा आमने-सामने हैं वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी यानी ‘सन ऑफ मल्लाह’ के साथ। सहनी, जो बिहार सरकार में मंत्री रह चुके हैं और फिलहाल इंडिया ब्लॉक गठबंधन में शामिल हैं, उनका मानना है कि उनका सबसे बड़ा मिशन निषाद समुदाय को राजनीतिक प्रतिनिधित्व दिलाना है। इस इंटरव्यू में हम जानेंगे की विपक्ष बिहार में चल रहे मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR) के विरोध में क्यों है? अति पिछड़ी जाति से होने की वजह से उनके राजनीतिक सफर की चुनौतियाँ क्या रही। बीजेपी ने क्यों उनकी पार्टी का विलय करने का प्रयास किया? निषाद समुदाय के प्रमुख मुद्दे क्या हैं? उपमुख्यमंत्री बनने के उनके दावे पर मुकेश सहनी खुलकर कहते हैं: “हमारी पार्टी के पास 12% निषाद वोट हैं और अगर मेरा समर्थन गठबंधन को सत्ता दिलवा सकता है, तो मैं डिप्टी सीएम क्यों न बनूं?” देखिए इस ख़ास बातचीत में, सन ऑफ मल्लाह की राजनीति, महत्वाकांक्षाएं और चुनौतियों की पूरी कहानी, सिर्फ मुद्दे की बात में। तैयार रहिए और कहानियों, मुद्दों और बेबाक बातचीत के लिए।
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