जिस मुद्दे पर मैं बात करने जा रही हूं, वह पहलगाम आतंकी हमले जैसा हाईलाइटेड नहीं है। न ही इसे लेकर देशभर में बहस छिड़ी है। जबकि यह भी इंसानियत पर हमला है—और वह भी एक धार्मिक नगरी में। चित्रकूट के जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय में दिव्यांग छात्रों पर लाठीचार्ज हुआ, लेकिन लोकल मीडिया के कुछ चैनलों को छोड़ बाकी सब खामोश रहे। यह वही यूनिवर्सिटी है जिसे खुद रामभद्राचार्य ने स्थापित किया था और जिसे कुछ साल पहले राज्य स्तर का दर्जा मिला।
ये भी देखें –
चित्रकूट: दिव्यांग छात्रों पर लाठीचार्ज, विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप
यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें