मानिकपुर बस अड्डे पर बने सार्वजानिक शौचालय पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं। इसके बाद भी आसपास क्षेत्रों के अधिकांश लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं।
जिला चित्रकूट। मानिकपुर बस अड्डा पर बना सार्वजानिक शौचालय 3 साल से बंद पड़ा है। बस अड्डा, स्टेशन और ब्लॉक पर आने वाले यात्री इधर-उधर भटक रहे हैं। यात्रियों को शौचालय जाने के लिए जगह नहीं है। सार्वजनिक शौचालय में ताला लगा होने से यात्रियों ले लिए बड़ी समस्या कड़ी हो गई है।
महिलाओं के लिए परेशानी का सबब बने बंद शौचालय
गीता देवी गांव सरैया और सिया गढ़चपा निवासी बाजार करने आई थी उनका कहना था की उन्हें बाज़ार में बहुत समय बीत गया। शौचालय जाना था लेकिन शौचालय में ताला लगा था। और कहीं जगह नहीं मिली। इसलिए उनको वैसे वापस घर जाना पड़ा। इन महिलाओं का कहना था कि ऐसे ही पेट में तरह-तरह की दिक्कत होती है। जब शौचालय बना हुआ है तो ताला क्यों लगा है।
कोबरा गाँव निवासी मोनू और राजकुमारी का कहना है कि हर जगह दुकानें खुली होती हैं। इधर-उधर भटकते रहो कहीं जगह नहीं मिलती है। कभी किसी को पेट दर्द हो रहा है या पेशाब लगी है तो जगह नहीं मिलती। सरकार का उद्देश्य है कि हर जगह, हर मोहल्ला, हर बस स्टॉप चौराहे में शौचालय बनना चाहिए ताकि लोगों को दिक्कत न हो पर सरकार के आदेश का पालन ही नहीं हो रहा है। शौचालय बना हुआ है लेकिन ताला लगा है। ऐसा शौचालय बनवाने का क्या फायदा। लोगों को उम्मीद होती है की शौचालय बना है अभी चले जायेंगे लेकिन जब जाते हैं तो ताला देखकर लौट जाते हैं। सार्वजानिक शौचालय तो हमेशा खुला होना चाहिए लेकिन वह हमेशा बंद रहता है।
ये भी पढ़ें- चित्रकूट: आधे-अधूरे पड़े शौचालय, महिलाएं झेल रहीं परेशानी
शौचालय का बराबर खुलता है ताला- अधिकारी
विनोद चेयरमैन मानिकपुर टाउन एरिया से जब इस बारे में बात की गई तो उनका कहना है कि सार्वजनिक शौचालय में 2 कर्मचारी रखे गए हैं और सुलभ शौचालय समय-समय पर खुलता है। लोग वहां पर जाते भी हैं और इस्तेमाल भी करते हैं। कर्मचारी नहीं रहेंगे इस कारण से ताला बंद रहा होगा। समय-समय पर सफाई कराई जाती है।
लोगों ने अधिकारी की बात को दिया झूठा करार
वहां के कुछ लोगों ने नाम न देने की शर्त पर बताया कि शौचालय नहीं खुलता यह झूठ बोल रहे हैं। सरकार लाखों- करोड़ो खर्च करके शौचालय लोगों की सुविधा के लिए बनवाती है लेकिन यहाँ पर तैनात कर्मचारी लोगों को सुविधाओं से वंचित रखते हैं। लोगों की योजनाओं में खानापूर्ति करते हैं।
इस खबर की रिपोर्टिंग सहोदरा देवी द्वारा की गयी है।
ये भी पढ़ें :
शौचालय होने के बाद भी ग्रामीण खुले में शौच क्यों जा रहे हैं ?
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)