खबर लहरिया खेती चित्रकूट: मौसम की मार से खेतों में ही ध्वस्त हुई फसल

चित्रकूट: मौसम की मार से खेतों में ही ध्वस्त हुई फसल

जिला चित्रकूट ब्लाक मऊ गांव रेडी भूसौली ,मबई कला , सखौहा लगभग मऊ क्षेत्र के 20 गांव में ओला पड़ा है  और ध्वस्त हुई फसल 6 मार्च को शाम लगभग आठ बजे ओला पडा है इस तरह की स्थिति है पूरा गेहूं जमीन में गिर गया है सरसों पूरा टूट के गिर गई हैं सबसे ज्यादा रेडी पुसौली में ओला पड़ा है

यहां के किसानों का कहना है की बरसात के सीजन में जमुना किनारे में बाढ़ आ जाती है इस सीजन में इस तरह से ओला पड़ा है की गेहूं में एक भी दाना नहीं पड़ेगा सौ परसेंट में 80 परसेंट ध्वस्त हुई फसल  हजारों किसान सिर्फ किसानी से ही घर का खर्चा और बच्चों को पढ़ाना दिखाना इसी से चलता है इस साल इस तरह की स्थिति हुई की खाने के लिए भी गेहूं नहीं होगा जैसे हर किसान साल भर के लिए गेहूं रख लेते रहे हैं

पर इस साल पूरा केहू जमीन में गिर गया है किसानों को तो हर तरह से झेलना पड़ता है पर किसान के लिए सरकार एक बार भी नहीं सोचती है जो फायदे भी मिलते हैं वह बड़े बड़े किसानों को मिल जाता है

हम लोगों को नहीं मिलता है जबकि हम लोग इतना मेहनत करते हैं पर कोई ध्यान नहीं देता है अभी तक का यहां कोई अधिकारी नहीं आए हैं एक बार फसल का सर्वे करने कि किस तरह की स्थिति है यहां की मजदूरी करके इतना लगाए हुए हैं लगता है वह भी नहीं निकल पाएगा इस साल तो हम लोगों को खाने के लिए नहीं कुछ पाएगा क्योंकि गेहूं में तो आना नहीं पड़ेगा जो जाना है उसने भी दाना नहीं पड़ेगा कई फसल इस तरह संस्थान हुआ है यदि सरकार मुआवजा भी देती है तो जितना हमारा नुस्कान होता है उतना मुआवजा नहीं मिलता है

हजार दो हजार मुआवजा मिल ही जाएगा तो इसमें से क्या होगा हमारा तो पचास हजार का नुस्कान हुआ है हुआ है जो तिराज क्षेत्र हैं सभी गांव में होला पड़ा हुआ है इतने बड़े पड़े हैं कि जैसे आमले का फल होता है इस कार्य से सबसे ज्यादा गेहूं का ही नुकसान हुआ है कानून को हरिप्रसाद कहना है कि सभी लेखपालों को गांव में भेजा गया है सर्वे करने के लिए कि कहां की स्थिति किस तरह से है देवी आपदा में के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा क्योंकि अभी मौके में तहसीलदार और लेखपाल दोनों मिलकर सर्वे करने गए हुए हैं जैसे ही मानक में आएगा उसी तरह मुआवजा भी चुना जाएगा सभी किसानों को सर्वे करके खाता में पैसा भेजा जाएगा मऊ क्षेत्र में 20 गांव में ओला पड़ा हुआ है