राज्य ग्रामीण मिशन रोजगार योजना के तहत चित्रकूट के ब्लॉक कर्वी के पढरी गाँव के पूजा स्वयं सहायता समूह की मदद से ग्रामीण महिलाओं ने कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए काढ़ा बनाने का काम शूरू कर दिया है। जैसा कि हम जानते हैं कि कोरोना काल में घर- घर में काढ़े का खूब इस्तेमाल हुआ है और गाँव के लोगों से लेकर शहरी आबादी ने भी जम कर काढ़े का इस्तेमाल किया है।
हम बचपन में बड़े- बूढ़ों को कहते सुनते थे कि सर्दी, जुखाम, सिर दर्द , बुखार के लिए कई प्रकार के घरेलू काढ़े मौजूद हैं। लेकिन अब लोग इन पुराने नुस्खों को झनझट समझ कर इस्तेमाल नहीं करते हैं और डॉक्टर को दिखाना पसंद करते हैं। लेकिन इन महिलाओं ने आपके लिए यह काम आसान कर दिया है।
ये महिलाएं सभी जड़ी बूटियों को तोड़ कर, बीन कर और पीस कर लोगों के लिए ड्राई काढ़ा तैयार कर रही हैं। ये महिलाएं काढ़े के पैकेट समूह के अधिकारियों को भेज देती हैं जिसके बाद ग्रामीण और शहरी लोग इस काढ़े का सेवन कर सकते हैं। साथ ही कोरोना से बचाव का ये घरेलू उपाय काफी फायदेमंद भी है।
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