चित्रकूट के खदरा गांव की प्यास अब बुझ गई है। जहां कभी पानी के लिए महिलाएं जंगल जाती थीं, अब नल से पानी आता है। नल-जल योजना और नमामि गंगे परियोजना ने इस गांव को नया जीवन दिया है। लेकिन क्या बाकी गांवों तक यह राहत पहुंची है? देखिए एक सच्ची कहानी – व्यवस्था की देरी और उम्मीद की जीत की।
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