जिला चित्रकूट के ब्लॉक रामनगर के गाँव इटवा की दलित बस्ती में लोग बिजली न आने की समस्या से परेशान हैं। इन लोगों का कहना है कि पिछले 6 महीने से गाँव की बिजली व्यवस्था ध्वस्त पड़ी हुई है। और कोई भी ठीक करने नहीं आता है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर विभाग से प्राइवेट लाइन मैन बिजली के खंभे या ट्रांसफार्मर ठीक करने आता भी है तो वो हज़ार-दो हज़ार रूपए मांगता है। इन गरीब परिवारों के पास इतने पैसे नहीं होते कि वो अकेले इतनी बड़ी रकम दे पाएं, इसलिए गाँव के सभी लोग मिलकर पैसे देते हैं और ट्रांसफार्मर ठीक करवाते हैं। लेकिन ठीक कराने के कुछ ही दिन बाद खंभे वापस से खराब हो जाते हैं।
इन लोगों का कहना है कि अब मिट्टी का तेल भी नहीं मिलता जो ये लोग लालटेन जला पाएं, इसलिए या तो इन्हें अँधेरे में बैठना पड़ता है या फिर 200-300 रूपए खर्च करके टॉर्च का इस्तेमाल करना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली न आने की वजह से न ही बच्चों की पढ़ाई ढंग से हो पा रही है और न ही इतनी गर्मी में वो लोग पंखा या कूलर चला पा रहे हैं। इन ग्रामीणों को बस अब उम्मीद है कि बिल्जी विभाग से कोई आएगा और उनके गाँव में भी वापस से बिजली आएगी।
उपखण्ड अधिकारी अनिल कुमार सिंह का कहना है कि गाँव में बिजली की समस्या की कोई भी जानकारी उन्हें नहीं मिली है। लेकिन अगर ऐसा है तो ग्रामीणों को उनके पास आकर परेशानी बतानी चाहिए ताकि वो गाँव में जाकर मुआयना कर सकें और समस्या का हल निकाल सकें।
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