चित्रकूट जिले के मशहूर शबरी जलप्रपात का नाम बदलकर अब ‘तुलसी जलप्रपात’ रख दिया गया। इसका विरोध स्थानीय कोल आदिवासी लोगों द्वारा किया जा रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार, शबरी नाम की महिला जिसके नाम पर झरने का नाम है, वह उनके ही समुदाय से थी। ऐसे में झरने का नाम बदलने का अर्थ है उनके समुदाय के इतिहास को धूमिल कर देना।
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लोगों ने जलप्रपात का नाम बदलने को लेकर डीएम को ज्ञापन भी सौंपा है। अगर उनकी नहीं सुनी गयी और नाम नहीं बदला गया तो वह अपनी बात लेकर लखनऊ तक जाएंगे।
वन अधिकारी आर.के दीक्षित ने बताया कि 22 जुलाई को शबरी जलप्रपात का नाम बदला गया है। कोल जनजाति द्वारा जो उन्हें ज्ञापन दिया गया है उन्होंने उसे आगे भेज दिया है। आगे कहा कि यहां शबरी जलप्रपात का कोई महत्व नहीं था इसलिए उसका नाम बदलकर तुलसी जलप्रपात रखा गया है।
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