जिला चित्रकूट, ब्लॉक मऊ गांव मवई कला, सेसासुबकरा, मन्डौर , बियाबल यहां सात दिन से बाढ़ आई हुई है। लोगों के कच्चा घर हैं जो वह हर बर्ष बनाते हैं हर वर्ष गिर जाता है। इस स्थिति में भी अभी तक लोगों को आवास नहीं मिला। यदि आवास मिला होता तो हर वर्ष इनका घर न गिरता और न ही इस तरह की बाढ़ में अपना घर छोड़ना पड़ता।
घर के अगल-बगल पानी भरा हुआ है मिट्टी की दिवाल है वह अपने धंस जाती है। लोग डेरा समान लेकर इधर उधर भागते हैं। हर साल इसी तरह जमुना जी बाढ आती हैं और लोगों को भागना पड़ता है। बड़े आदमी तो अपना पक्का घर बनाये हुए हैं उनको तो कोई दिक्कत नहीं होती और गरीबों को ऐसे ही झेलना पड़ता है। जब वोट मांगने आते हैं सभी वादा करते हैं कि आप के गांव में विकास करेंगे आपको आवास देंगें। पर जब बाढ़ आती है तो स्कूल में चार दिन रहने को बोल देंगे फिर से वैसे ही गुजारा करना है।
प्रधान गोमती देवी लड़का प्रतिनिधि अरून कुमार का कहना है की उनके यहां की आबादी चौबिस सौ है। इस बाढ़ में लगभग दस लोगों के कच्चा घर डूब गया है। जैसे ही बाढ़ खत्म होगी सर्वे करके आवास दिलवाया जाएगा। अभी इन सबको रहने की व्यवस्था स्कूल में करवाई जा रही है।
मऊ ब्लॉक के एडीओ पंचायत सन्तोष का कहना है जिनके घर में बाढ़ का पानी घुसा है उनको सुरक्षित स्कूल में रखा गया। खाने पीने की व्यवस्था किया गया। जिनके घर कच्चे है उनको सर्वे करके आवास दिया जायेगा। अभी जिस गांव में बाढ आयी उसी गांव में सभी अधिकारी लगे हैं हमारा प्रयास रहेगा जिनके कच्चे घर है सबको आवास दिया जायेगा।
ये भी देखें:
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)