राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक ने कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। इसके साथ ही उन्होंने आज सोमवार और मंगलवार को ‘राष्ट्रीय शोक दिवस’ के रूप में घोषित किया है। वहीं आग की वजह से पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
दक्षिण अमेरिकी के चिली के जंगलों में आग लगने से 92 जंगल पूरी तरह से जलकर ख़ाक हो गए हैं। वहीं 40 जंगलों में आग अभी भी सक्रिय है जिसके बारे में उप आंतरिक मंत्री मैनुअल मोनसाल्वे ने मीडिया को बताया। शुक्रवार 2 फरवरी को लगी आग की वजह से अब तक 112 लोगों के मरने की खबर है।
बता दें, आग की चपेट में आने से लगभग 26,000 हेक्टेयर (64,000 एकड़) ज़मीन जल चुकी है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक़ आवास मंत्रालय ने कहा कि आग लगने से 3,000 से 6,000 घर प्रभावित हुए हैं।
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मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है
राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक ने कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। इसके साथ ही उन्होंने आज सोमवार और मंगलवार को ‘राष्ट्रीय शोक दिवस’ के रूप में घोषित किया। जानकारी के मुताबिक भीषण आग की वजह से पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार,आंतरिक मंत्री कैरोलिना टोहा ने कहा कि चिली के इतिहास में फारेस्ट फायर की यह सबसे खतरानक घटना है।
VIDEO: Aftermath of a wildfire in Villa Independencia, as the death toll of the forest fires in Chile rises to 112 people, and 40 active outbreaks are being battled, the Ministry of the Interior reported. pic.twitter.com/MjQ3UKQAZ8
— AFP News Agency (@AFP) February 5, 2024
अधिक गर्मी कारण है आग लगने की
चिली की आंतरिक (गृह) मंत्री कैरोलिना टोहा ने बताया, फिलहाल देश के मध्य और दक्षिण में 92 जंगल आग की चपेट में हैं, जहां इस सप्ताह तापमान असामान्य रूप से सबसे ज़्यादा रहा है। उन्होंने बताया कि सबसे खतरनाक आग वालपराइसो (Valparaíso) क्षेत्र में लगी है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि लोग होने घरों से बाहर न निकले।
चिली में पिछले साल यहां रिकॉर्ड गर्मी के दौरान लगी आग से 27 लोगों की मौत हो गई थी और 400,000 हेक्टेयर से ज़्यादा भूमि प्रभावित हुई थी।
फिलहाल, घटनास्थल पर आपातकालीन सेवाओं के साथ-साथ सैन्यकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।
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