उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों की छात्रवृत्ति बढ़ा दिया है, इस वृद्धि को दीवाली के तोहफे के रूप में देखा जा रहा है। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की सालना छात्रवृत्ति 750 रुपये बढ़ा दी है, साथ ही लाभार्थी के परिवार की आय की सीमा भी 2.50 लाख रुपये तक बढ़ा दी है। इस तरह से अब छात्रवृत्ति पाने वाले विद्यार्थियों की संख्या बढ़ गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 22 अक्टूबर को सामाजिक कल्याण विभाग की एक बैठक में ये घोषणा की। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के सभी छात्र शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए पात्र बने रहेंगे। प्रदेष में नवीनीकृत किए गए मामलों में अधिकांश छात्रों को 2 अक्टूबर 2018 को छात्रवृत्ति दे दी गई है। अन्य बची छात्रवृत्ति 26 जनवरी 2019 तक दी जाएगी। अब अनुसूचित जाति और जनजाति छात्रों की वार्षिक छात्रवृत्ति राशि 2250 रुपये से बढ़ाकर 3000 रुपये कर दी है। वहीं पात्र छात्रों की परिवारिक आय 2 लाख से 2.50 लाख रुपये तक बढ़ा दी है। इस तरह से प्रदेश में 1.10 करोड़ छात्रों को छात्रवृत्ति और फीस प्रतिपूर्ति दी जाएंगी।