दुष्कर्म के मामले में छत्तीसगढ़ राज्य लगातार आगे बढ़ते दिखाई दे रही है।एनडीटीवी के एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 में रेप केस के मामले में छत्तीसगढ़ का स्थान आठवें नम्बर पर है।
लेखन – रचना
बीते दिनों छत्तीसगढ़ के एक सरकारी डेटा ( जनवरी 2025 को छत्तीसगढ़ विधान सभा की हुई बैठक) से पता लगा की बीते एक साल में महिलाओं से रेप के तीन हज़ार से भी ज़्यादा मामले पुलिस थाने में दर्ज है।
छत्तीसगढ़ बिलासपुर शहर में एक युवती के साथ बलात्कार करने का मामला सामने आया है। बलात्कार किसी और ने नहीं बल्कि न्याय दिलाने वाले वकील ने ही किया है। बिलासपुर के एक छोटे से गावँ की 21 वर्षीय पीड़िता अपने प्रेमी के ख़िलाफ़ थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाया था। भिलाई टाइम्स के एक खबर के अनुसार पीड़िता ने कहा कि प्रेमी ने शादी का झाँसा देकर उसके साथ लम्बे समय से शारीरिक सम्बंध बनाता रहा और जब युवती ने शादी के लिए ज़िद्द किया तो युवक ने शादी से माना कर दिया। जिससे परेशान होकर पीड़िता ने सरकंडा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई।
युवती अपने साथ हुए रेप के केस को दर्ज करवाने और हाईकोर्ट में केस लड़ने के लिए बिलासपुर शहर आइ हुई थी उनके वकील बसंत कैवर्त्य थे जो चकरभाठा के रहने वाले हैं। जिनको युवती के पक्ष में केस लड़ना था लेकिन उसी वकील ने दिनांक 14-05-2025 को न्याय दिलाने के बहाने युवती को बाहर कोटा क्षेत्र के एक रिज़ोर्ट ( एक ऐसा स्थान जहाँ लोग आराम करने, छुट्टी मनाने या किसी विशेष गतिविधि के लिए जाते हैं ) में ले गया और जाकर उसके साथ बलात्कार किया। युवती के साथ मारपीट भी की गई और किसी को ना बताने की धमकी भी दी।
प्रेमी युवक और वकील दोनों के ख़िलाफ़ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 376 के तहत केस दर्ज किया गया गया है। आगे की कार्यवाही पर जल्द ही अपडेट किया जाएगा।
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