छत्तीसगढ़ के कांकेर में धर्मांतरित लोगों के साथ गांव के ही लोगों द्वारा मारपीट की गई। कुछ महिलाओं को गंभीर चोटें भी आई हैं जिन्हें कांकेर जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण (धर्म परिवर्तन) को लेकर मामला कम होने के बजाय और बढ़ते जा रहे हैं। बता दें कुछ दिन पहले ही 29 जुलाई 2025 को ऐसा ही एक मामला सामने आया था। धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में दो ननों को गिरफ़्तार किया गया था जिन्हें कुछ दिन बाद छोड़ दिया गया। अब कांकेर से एक नया मामला सामने आया है।
दौड़ा – दौड़ा कर पीटने का आरोप
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के अंतगढ़ ब्लॉक के हवाचूर गांव में धर्मांतरित (जिन्होंने धर्म परिवर्तन किया है) लोगों के साथ मारपीट किया गया। दरअसल 10 अगस्त 2025 की सुबह 8 बजे धर्मांतरित ग्रामीण के परिवार चर्च से प्रार्थना कर अपने घर लौटे ही थे इसी दौरान गांव के ही कुछ और ग्रामीणों ने (जिन्होंने धर्म परिवर्तन नहीं किया है) धर्मांतरित ग्रामीणों के साथ मारपीट शुरू कर दी। धर्मांतरित ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें दौड़ा – दौड़ा कर पीटा गया। महिलाओं के साथ भी बेरहमी से मारपीट की गई। धर्मांतरित ग्रामीणों में 8 परिवार के 36 सदस्य थे।11 अगस्त को भी धर्मांतरित ग्रामीणों को ढूंढ – ढूंढ कर उनके साथ मारपीट की गई और सभी को दूसरे धर्म अपनाने को लेकर उन्हें डंडों से पीटा गया।
शिकायत दर्ज नहीं
मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार धर्मांतरित ग्रामीणों के साथ हुए मारपीट के विरोध में शिकायत दर्ज कराने थाना पहुंचे। शांति बाई दर्रों को बेरहमी से पीटने का आरोप उनके बेटे हितेश कुमार ने लगाया है। वहीं एक और महिला गंभीर रूप से घायल है। जागेशवर उसेंडी के कान का पर्दा फट गया है। सभी का इलाज कांकेर के जिला अस्पताल में चल रहा है। राष्ट्रीय क्रिश्च्न मोर्चा कांकेर ईसाई प्रदेश सचिव साईमन दिग्बल ने बताया कि सभी ग्रामीण चर्च गए थे। वे सभी चर्च से वापस आगर अपने – अपने कामों में लगे थे उसी दौरान यह घटना की गई। पुलिस में शिकायत की गई है लेकिन मामला दर्ज नहीं हो पाया है। धर्मांतरित ग्रामीण दोषियों पर कार्यवाही का मांग कर रहे हैं।
जांच जारी है
अमर उजाला के रिपोर्ट के अनुसार पुलिस अधीक्षक आईके एलिसेला ने बताया कि कल सुबह चर्च के मुद्दे को लेकर दो पक्षो में विवाद हुआ है। अभी कुछ ग्रामीणों के आने की बात सामने आई है दोनों पक्षों के विवाद की जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर अपराध पंजीबद्ध कर कर्रवाई की जाएगी।
बता दें कि इस तरह की घटनाएं अब छत्तीसगढ़ में आम होती जा रही हैं और इनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इससे पहले भी धर्मांतरण से जुड़े कई मामले सामने आ चुके हैं जिससे साफ है कि यह एक गंभीर और तेजी से फैलने वाली समस्या बनती जा रही है। फिलहाल इस घटना को लेकर जो जानकारी उपलब्ध है वह यहीं तक सीमित है। जैसे ही इससे जुड़ी कोई नई जानकारी सामने आएगी उसे तुरंत अपडेट कर दिया जाएगा।
यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’
If you want to support our rural fearless feminist Journalism, subscribe to our premium product KL Hatke
“विश्वास, श्रद्धा, आस्था की कोई धर्म या जाति नहीं होती.” पवित्र शास्त्र बाइबिल