खबर लहरिया Blog Chhattisgarh Flood 2025: छत्तीसगढ़ के बस्तर में भारी बारिश, अब तक 4 लोगों की मौत 

Chhattisgarh Flood 2025: छत्तीसगढ़ के बस्तर में भारी बारिश, अब तक 4 लोगों की मौत 

भारी बारिश से 27 अगस्त 2025 को बस्तर जिले में पुल पार करने के दौरान एक कार के पानी में बहने से उसमें सवार दंपति और उनकी दो बेटियों की मौत हो गई। लगभग 100 गांवों का संपर्क उनके जिला मुख्यालयों से टूट चुका है।

protecting people from the rain

बारिश से लोगों के बचाते हुए (फोटो साभार: सोशल मीडिया)

इस साल बारिश ने देश के कई राज्यों में तहलका मचाया हुआ है। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और जम्मू के साथ अब छत्तीसगढ़ में भारी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों में बारिश ने तबाही मचा रखी है। बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और बस्तर में पिछले दो दिन से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है। बुधवार यानी 27 अगस्त 2025 को बस्तर जिले में पुल पार करने के दौरान एक कार के पानी में बहने से उसमें सवार दंपति और उनकी दो बेटियों की मौत हो गई। वहीं एक अन्य घटना में बीजापुर जिले में नदी पार करते समय एक व्यक्ति बह गया। पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

एक ही परिवार से चार लोगों की मौत 

मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार जगदलपुर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बस्तर जिले में मंगलवार शाम कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में बाढ़ग्रस्त कांगेर नाला पार करते समय एक कार के तेज बहाव में बह जाने से एक परिवार के चार सदस्य डूब गए। उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान राजेश कुमार, उनकी पत्नी पवित्रा और उनकी दो बेटियों सौजन्या और सौमैय्या के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि कार चालक लाला यदु ने एक पेड़ को पकड़कर अपनी जान बचाई। बाद में उसे नाले से बाहर निकाला गया।

चार जिला बारिश से प्रभावित 

बता दें कि लगातार हो रही बारिश से छत्तीसगढ़ के चार जिलों में जनजीवन प्रभावित हुआ है। आपदा प्रबंधन विभाग (Disaster Management Department) के अनुसार 26 और 27 अगस्त को सबसे अधिक वर्षा दंतेवाड़ा जिले में दर्ज की गई जहां क्रमशः 93.7 मिमी और 118.4 मिमी बारिश हुई। सुकमा में 35 से 109.3 मिमी, बीजापुर में 34.9 से 50.2 मिमी तथा बस्तर में 67.3 से 121.3 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई जिससे 25 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। 

छत्तीसगढ़ में बारिश का हाल 

छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में पिछले 36 घंटों से हो रही लगातार बारिश ने बाढ़ की स्थिति बना दी है। कई इलाक़ों में पानी भरने से लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है। अब तक बस्तर, बीजापुर और दंतेवाड़ा जिलों से 68 से ज़्यादा लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बचाव कार्य में  हेलीकॉप्टर, नाव और एसडीआरएफ की टीमें जुटी हुई हैं। राज्य सरकार द्वारा अधिकारियों को अलर्ट रखा गया है और राहत बचाव काम तेज करने के निर्देश दिए हैं। 

अगले तीन दिन इन छत्तीसगढ़ के इन जिलों में बारिश का अलर्ट 

मौसम विभाग ने 27 अगस्त को छत्तीसगढ़ के कई जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था। नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा में तेज बारिश के साथ आंधी और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा विभाग ने राजनांदगांव, दुर्ग, रायपुर, महासमुंद, बालोद, धमतरी, गरियाबंद, कांकेर, कोंडागांव और बस्तर जिलों में भी भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है।

बारिश से बस्तर को भारी नुकसान 

बस्तर संभाग में लगातार दो दिनों से हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। तेज बारिश से अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है वहीं दो छात्राएं लापता हैं जिनकी तलाश जारी है। भारी बारिश के कारण बड़ी संख्या में लोगों को अपने घर छोड़कर राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी है। दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर जिले पूरी तरह सड़क मार्ग से कट गए हैं और सीमावर्ती राज्यों से भी संपर्क टूट गया है। विस्तार न्यूज़ के खबर अनुसार लगभग 100 गांवों का संपर्क उनके जिला मुख्यालयों से टूट चुका है। बरसात ने राष्ट्रीय राजमार्गों और पुलों को भी नुकसान पहुंचाया है। इंद्रावती नदी में डूबी दोनों छात्राओं के शव अभी तक नहीं मिल पाए हैं।

बंगाल की खाड़ी में बना निन्म दाब 

ओडिशा तट के पास उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दाब का क्षेत्र बना है। इसके साथ ऊपरी हवा में चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण भी सक्रिय है, जो लगभग 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक असर डाल रहा है। यह सिस्टम धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। वहीं मानसून की द्रोणिका (ट्रफ लाइन) बीकानेर, राजस्थान से शुरू होकर बनस्थली, दमोह, पेंड्रारोड होते हुए इसी निम्न दाब केंद्र से जुड़ती है और आगे मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। इस कारण छत्तीसगढ़ में भी बारिश का असर बढ़ रहा है और कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।

पाकिस्तान में भी बाढ़ का कहर 

पाकिस्तान के दूसरे सबसे बड़े शहर लाहौर के बाहरी इलाकों से बचावकर्मियों ने रातों-रात 20,000 से ज़्यादा लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। रावी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे शहर में बाढ़ का ख़तरा मंडरा रहा है। पंजाब आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के महानिदेशक इरफ़ान अली काठिया ने बताया कि निकाले गए लोग नदी के किनारे रह रहे थे। एनडीटीवी के रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी बुनेर जिले के तीन गांवों में बाढ़ के कारण 300 से अधिक लोगों की मौत हो जाने के बाद इस महीने लापता हुए 150 से अधिक लोगों की खोजबीन के लिए बचाव दल खोजी कुत्तों की मदद से काम कर रहे हैं। जून के अंत से अब तक पाकिस्तान में बाढ़ से 800 से अधिक लोग मारे गए हैं।

 

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