सावन में हरी चूड़ियां बहुत ही खास होती हैं। दुकानदारों को भी इसका बहुत इंतजार होता है ठीक उसी तरह जैसे महिलाओं को सावन की हरी चूड़ियों का होता है। दुकानदार 1 महीने पहले से ही हरी चूड़ियों का स्टॉक रखना शुरू कर देते हैं। जब सावन आता है, तो शहरों में तो हरी चूड़ियां दुकानों पर मिल जाती हैं, परंतु गाँवो में लोग दरवाजे-दरवाजे जाकर चूड़ियां पहनाते हैं।
महिलाओं का कहना है कि सावन में हर तरफ हरियाली रहती है, मन भी हरा-भरा रहता है और सुहागन के लिए हरी चूड़ियां पहनना बहुत खास है। प्रकृति के साथ हम लोगों का मन भी हरा-भरा रहता है। जब किसी की नई शादी होती है तो और भी ज़्यादा खुशी होती है, क्योंकि मायके से साड़ी, हरी चूड़ियां में सब कुछ आता है, तो बहुत ही अच्छा लगता है।
ये भी देखें – सावन के टॉप-5 गाने | भोजपुरी पंच तड़का
यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’