छतरपुर : आदिवासी महिला केशकला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है। उसके अनुसार जो उसे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का प्रमाण दिया गया है वह फ़र्ज़ी है। आरोप है कि फ़र्ज़ी प्रमाण पत्र गाँव की सविता देवी ने केशकला को दिया है। सविता ने शिशु शिक्षिका के रूप में कार्य किया हुआ है। केशकला की मांग है कि दस्तावेज़ों की जांच कराई जाए।
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महिला ने नगर पालिका परिषद, नौगांव जिला के अधिकारी को भी फ़र्ज़ी दस्तावेज़ों की जांच हेतु लिखित में पत्र दिया था। साल 2016 से उसकी 5 बार जनसुनवाई भी हो चुकी है। वह कई बार नगर पालिका के चक्कर भी लगा चुकी है इसके बावजूद भी उसे आज तक इन्साफ नहीं मिला है।
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