नेशनल हाइवे पर हुआ एक्सीडेंट
छतरपुर। हमा गाँव के नेशनल हाइवे पर हुई दुर्घटना या हुई हत्या
एक युवक का खून से लथपथ शव मिला। हाथ में कट्टा और शव के पास ही युवक की टैक्सी भी मिली। जिसकी सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस और मृतक के परिजनों को दी। मृतक के परिजन व ग्रामीणों की भीड़ मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक पुलिस के नहीं पहुंचने पर परिजनों व ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे पर जाम लगा दिया। परिजनों ने रुपए के लेने-देन की वजह से हत्या का आरोप लगाया है। मौके पर पहुंचे सीएसपी ने उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर परिजनों व ग्रामीणों का समझाया तब जाकर 15 मिनट बाद जाम खुल सका। इसके बाद एफएसएल टीम ने घटना स्थल से वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्रित किए और उसके बाद शव को पोस्टमाटर्म के लिए भेजा गया।
क्या है दुर्घटना का पूरा मामला-
ओरछा रोड थाना इलाके के निवाड़ी गांव का निवासी राजू , पुत्र नाथूराम रैकवार उम्र 40 वर्ष टैक्सी चालक हैं। पिछले 2 दिन से घर नहीं लौटा था। शनिवार की शाम उसके बड़े भाई देवीदीन ने उसे फोन लगाया तो उसने हरपालपुर में होने की बात कही, उसके बाद से उसका मोबाइल बंद हो गया। उसके बाद तीसरे दिन रविवार की सुबह 8 बजे स्थानीय लोगों ने हमा गाँव के बगल में बेयर हाइस के पास मैदान में युवक की खून से लथपथ लाश देखी, तो डायल 100 और मृतक के परिजनों को इसकी सूचनी दी। मौके पर परिजन पहुंचे तो राजू का शव पड़ा था, जिसके पास ही कट्टा और टैक्सी भी थी। घटना की सूचना देने के बाद भी पुलिस नहीं पहुंची तो परिजन आक्रोशित हो गए और नेशनल हाइवे पर जाम लगा दिया। परिजन दुर्घटना का नही बल्कि हत्या का केस दर्ज करने की मांग करने लगे।
जाम लगा तो पहुंची पुलिस
जाम की सूचना मिलने पर सीएसपी उमेशचंद्र शुक्ला,स्क्वॉड घटना स्थल पर पहुंचे। सीएसपी ने परिजनों और ग्रामीणों को समझाकर जाम खुलवाया। एफएसएल टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। इसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने फिलहाल मर्ग कायम कर लिया है। एफएसएल जांच रिपोर्ट व पस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करने की बात कही है।
परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप-
मृतक राजू के बड़े भाई देवीदीन ने बताया कि राजू टैक्सी चलाकर अपना और परिवार को भरण पोषण क रता था। उसकी तीन बेटियां और एक बेटा है। उसने कुछ लोगों से रुपए उधार ले रखा था, जिसके चलते दुर्घटना नही उसकी हत्या की गई है। शव के पास कट्टा मिला है, जबकि राजू के पास कभी कट्टा था ही नहीं, रुपए के लेनेदेन में किसी ने उसकी हत्या की है।