जिला बांदा| क्षेत्र नरैनी में कई गांव के किसान का चना बैच का क्रय विक्रय केंद्र से अभी तक पैसा नहीं मिला लगभग 3 महीने हो रहे हैं इस मामले को लेकर परेशान किसानों ने 20 जुलाई को एसडीएम नरैनी को ज्ञापन दिया| किसानों का कहना है कि खेती ही उनका एक सहारा होती है इसलिए फसल खेतों से आकर तैयार होते ही वह बाजार दिखाते हैं |
इस साल उन्होंने सरकारी केंद्रों में चना इसलिए भेजा था ताकि प्राइवेट में औने पौने दाम में लिया जाता है और वहाँ पर अच्छा रेट मिल रहा था| लेकिन बचने के बाद अब पैसे के लिए भटक रहे हैं| क्योंकि दुसरी बोवाई का समय चल रहा है, जिसके लिए खाद बीज खरीदना धान की रोपाई और जुताई कराने के लिए पैसे की जरुजरत है साथ ही घर खर्च में दिक्कत आ रही है पर पैसा नहीं मिल रहा प्राइवेट में भले ही कम रेट मिलता था पर नगद मिल जाता था और इस तरह की दिक्कत नहीं होती थी पर चार पैसा अधिक मिलने के चक्कर में फंस गये हैं और अब परेशान है|
इधर उधर से कर्ज लेकर किसी तरह काम चला रहे हैं किसी का 1 लाख पडा है तो किसी का 80 और 40 हजार किसान हर तरह से पीस रहा है| पहले तो खेत से घर तक फसल तैयार करके लाने में ही खुन पसीना एक करना पड़ता है और दिन रात देख भाल करनी पड़ती है और जब घर से बाजार लाते हैं तो पैसे के लिए भटकना पडता है|
यही कारण है की उनके सर से कर्ज का बोझ खत्म नहीं हो रहा और सरकार आय बढ़ाने का ढिंढोरा पीट रही है|