अन्न भरा भण्डारों में, भूखी जनता गांवों में। या बात तब सही साबित होई जात हवै जबै बांदा रेलवे स्टेश न मा उतरै वाला पांच हजार नौ मीट्रिक टन गेहूं देखा गा।…
सबकी बातें
हर तरफ सड़क की समस्या ही समस्या नजर आ रही है। चाहे वो गांव, कस्बा या शहर हो। हर तरफ सालों से सड़क खुदी है। कच्ची सड़को के अलावा कुछ…
सीतामढ़ी अउर शिवहर, जिला में लगभग पैतीसो पुल टुटल हई। जेइपर लगतार घटना हो रहल हई। लेकिन ओई पर केकरो ध्यान न जाई छई। अगर पुल बनबो करई छई उहों बरसाते में…
अप्रैल का महीना आते ही आईपीएल क्रिकेट प्रतियोगिता की चर्चा शुरू हो जाती है – अखबार, टी वी, रेडियो की मुख्य खबरों में आईपीएल छाया रहता है। क्रिकेट के इस…
भारतीय सिनेमा सौ साल का हो गया। भारत में सिनेमा की शुरुआत सन 1913 में हुई। लेकिन तब फिल्मों में केवल पुरुष ही काम करते थे। औरतों की भूमिका भी पुरुष…
देश मा बहै वाली बड़ी नदी गंगा, यमुना कै सफाई तायि सरकार करोड़न रुपया खर्चा कै चुकी बाय। हलंाकि सफल नाय होय पाइन अउर वकरी तायि कइयो योजना लावै खातिर…
या बरस तौ गर्मी लागत हवै कि रिकार्ड तोड़ दिहिस हवै। सुबेरे आठ बजते इनतान के चिलचिलात घाम निकरत हवै कि मड़इन का घरन से निकरब मुश्किल होइ जात हवै।…
बनारस तो अपने अलग अलग हुनर खातिर मशहूर हव। भी सड़क के लेके तो पान के लेके तो कभी अउरों चीज़ खातिर आउर एकर एक ठे खासियत इहो हव कि…
पंचायती राज को 24 अप्रैल 2013 को बीस साल पूरे हुए। राज्य में अधिकतर प्रधानों और अधिकारियों को खुद नहीं पता था कि पंचायती राज को भारत के संविधान में…
देश मे बलात्कार के मामला घटै को नाम नई लेत हे। बलात्कार के मामला दिन पे दिन बढ़त जात हे,पे सरकार जा मामला कम करै खें दूसर उपाय कछू नईं…