जिला वाराणसी। सरकार जगह जगह पानी कि टंकी लगवइले हव कि पानी के परेषानी ना होवे। लेकिन अइसन पानी के टंकी के कउन फायदा हव। जउन लगले के दस साल…
सबकी बातें
मुज़फ्फरनगर दंगों का सामना करने वाले लोग चार महीनों से कैंपों में रह रहे हैं। प्रशासन इन्हें वापस गांव भेजना चाहती है। लेकिन लोग जाना नहीं चाहते। कुछ लोगों को…
सरकार ने आदमियन के सुविधा खे लाने गांवन-गांवन उपकेन्द्र ओर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बनवाये हें, पे गांव के आदमियन खा सरकारी सुविधा कित्ती मिलत हे। जा बात खा स्वास्थ्य विभाग…
चित्रकूट जिला मा पांचै ब्लाकन के गांवन मा अगर पानी से जुड़ी समस्या का लइके बात कीन जाये तौ या बात गलत नहीं आय। गांव मा कत्तौ हैण्डपम्प नहीं लाग…
ठंडी, ठंडी, ठंडी। या साल 22 दिसम्बर 2013 से बढ़ी ठंडी बूढ़न अउर बच्चन खातिर जान लेवा है। दिनै दिन बढ़त ठंडी, शीत लहर के साथै कउनौ कउनौ दिन सूरज…
अगर देखा जाय तौ यहि समय आषा कार्यकर्ता कै हाल एक बधुआ मजदूर से बत्तर होय गै बाय। न तौ कउनौ वेतन न सरकारी सुविधा बाय उनकी तायि एक हजार…
किसान के समस्या खतम करैं खातिर सरकार हमेशा कुछ न कुछ करत रहत हवै। जइसे पिछले बरस किसान का बीज, खाद खरीदैं खातिर अउर गल्ला बेंचै खातिर ग्रामीण स्थापना केन्द्र…
सीतामढ़ी जिला के सतरहों प्रखण्ड में पशु चिकित्सालय हई। लेकिन एक साल से कोई अस्पताल में दवा न जा रहल हई। ऐई दवा के अभाव में मवेशी के ईलाज न…
पूरे साल हंगामें भरा रहा रही। कई घटनाएं घटीं। कुछ ने उम्मीद बंधाई तो कुछ ने उम्मीद तोड़ी। साल 2012, 16 दिसंबर में दिल्ली में हुए सामूहिक बलात्कार से पूरा…
भारत एक कृषि प्रधान देष आय। सरकार कै कहब बाय कि किसानन का हर प्रकार कै सुबिधा मिलै का चाही लकिन किसानन के सामने समस्या कै अम्बार लाग रहा थै…