नेहा सिंह जब औरतों के हक़ या समाज की सच्चाई पर खुलकर बोलती हैं तो सोशल मीडिया पर कई लोग उन्हें ट्रोल करने लगते हैं। कोई उनके पहनावे पर सवाल उठाता है तो कोई उनके बेबाक अंदाज को लेकर तंज कसता है।
लेखन – मीरा देवी
उत्तर प्रदेश: लोक गायिका नेहा सिंह राठौर पर 28 अप्रैल 2025 को हजरतगंज थाना, लखनऊ में देश की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मामला उस समय उठा जब उन्होंने पहलगाम हमले के बाद सोशल मीडिया पर कुछ टिप्पणियां साझा कीं। उन पर आरोप है कि उनकी बातों से एक विशेष धर्म समुदाय के खिलाफ भावनाएं भड़क सकती थीं और इससे देश में सांप्रदायिक तनाव पैदा होने की आशंका बन सकती थी। यह शिकायत हजरतगंज थाने में अभय प्रताप सिंह नामक व्यक्ति द्वारा दर्ज कराई गई। अभय सिंह निर्भीक लखनऊ के रहने वाले हैं। खुद को राष्ट्रीय कवि बताने वाले अभय सिंह निर्भीक ने लखनऊ के हजरतगंज थाने में नेहा सिंह राठौर के खिलाफ FIR दर्ज कराई है।
शिकायत में कहा गया है कि पहलगाम में हुए हमले में 22 अप्रैल को 26 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी गई थी जिसमें अधिकतर पर्यटक शामिल थे। बताया गया कि आतंकवादियों ने धार्मिक पहचान पूछने के बाद धूमने गए लोगों की हत्या की। लोगों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की। इसी संवेदनशील माहौल में नेहा सिंह राठौर के सोशल मीडिया पोस्ट को भड़काऊ करार दिया गया।
नेहा की किन बातों को लेकर दर्ज हुआ मुकदमा
नेहा ने अपनी तीन वीडियो में पहलगाम आतंकी हमले को सरकार की विफलता बताया। इसमें पहलगाम आतंकी हमले को सरकार की विफलता बताया है। नेहा ने तीखी अंदाज में कहा था कि सरकार इस हमले का इस्तेमाल आगामी बिहार चुनाव में वोट बटोरने के लिए कर सकती है। वीडियो में नेहा सिंह राठौर कहती हैं कि एक फोन कॉल से दूसरे देशों में युद्ध रुकवाने वाले अपने देश में आतंकवादी हमले नहीं रोक पा रहे। अंधभक्त कहते हैं कि इस पर राजनीति न करो तो फिर किस पर सवाल करूं. शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगारी जैसे मुद्दे तो पहले ही नजरअंदाज हैं। जब देश में हिंदू-मुसलमान की राजनीति हो रही हो और आतंकी हमलों में देशवासी मारे जा रहे हों तब सवाल उठाना जरूरी है।
पूरी भाजपा के नेताओं के जितने बच्चे फ़ौज में होंगे…उससे ज़्यादा तो मेरे अपने परिवार के लोग सेना में अपनी जान दाँव पर लगा चुके हैं…
…लेकिन आज भाजपा का आईटी सेल मुझे देशद्रोही कह रहा है क्योंकि मैं बिना डरे सवाल पूछती हूँ.
प्रधानमंत्री से सवाल पूछना देशद्रोह है क्या?… pic.twitter.com/t6ImAbbZpX
— Neha Singh Rathore (@nehafolksinger) April 27, 2025
चौथा पोस्ट ‘पीटीआई प्रमोशन’ नामक एक एक्स हैंडल का है जिसमें नेहा का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा है जिसमें कहा गया कि इस देशभक्त भारतीय लड़की ने पहलगाम हमले पर मोदी को आईना दिखाया तो पूरा गोदी मीडिया पागल हो गया और इस लड़की को देशद्रोही कहकर जान से मारने की धमकियां देने लगा। इस लड़की ने तो सिर्फ सवाल पूछे हैं कि हिम्मत है तो मर्द बनकर उसके सवालों का जवाब दो।
द वायर नामक मीडिया चैनल ने लिखा है कि इस पूरे मामले को लेकर नेहा सिंह राठौर ने द वायर हिंदी से कहा है कि ‘यह कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी कानपुर और मध्य प्रदेश के सीधी में मामले दर्ज किए गए थे। सीधी में एक युवक ने शराब के नशे में आदिवासी व्यक्ति पर पेशाब कर दिया था जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था। तब मैंने एक गीत गाया था उसके बाद एफआईआर हुई थी। वह मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। कानपुर से भी एक नोटिस आया था उसका जवाब दिया जा चुका है।
अक्सर सोशल मीडिया पर ट्रोल
नेहा सिंह जब औरतों के हक़ या समाज की सच्चाई पर खुलकर बोलती हैं तो सोशल मीडिया पर कई लोग उन्हें ट्रोल करने लगते हैं। कोई उनके पहनावे पर सवाल उठाता है तो कोई उनके बेबाक अंदाज को लेकर तंज कसता है। कई बार निजी जिंदगी तक की बातें उछाली जाती हैं। असल में एक खुली सोच वाली महिला की आवाज़ अब भी कुछ लोगों को चुभती है इसलिए नेहा पर हमला करना उनके लिए आसान तरीका बन गया है।
देशद्रोह के तहत लिखा गया मुकदमा
पुलिस ने नेहा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। उन पर सांप्रदायिक नफरत फैलाने, सार्वजनिक शांति भंग करने और भारत की संप्रभुता व अखंडता को खतरे में डालने के आरोप लगाए गए हैं। इसके अलावा सूचना प्रौद्योगिकी कानून के तहत भी उन पर मामला दर्ज किया गया है। हालांकि नया कानून ‘देशद्रोह’ शब्द का उपयोग नहीं करता लेकिन धारा 152 के तहत इसी प्रकार के कामों पर कार्यवाही का प्रावधान है।

लखनऊ के हजरतगंज थाने में नेहा सिंह राठौर के खिलाफ FIR दर्ज करवाने वाले व्यक्ति की तस्वीर (फोटो साभार – सोशल मीडिया)

लखनऊ के हजरतगंज थाने में नेहा सिंह राठौर के खिलाफ FIR दर्ज की कॉपी की तस्वीर (फोटो साभार – सोशल मीडिया)
कार्यवाही पर नेहा क्या कहा….
नेहा सिंह राठौर ने इस कार्यवाही पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सरकार असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए उनके खिलाफ मुकदमा कर रही है। एक वीडियो संदेश में उन्होंने सवाल उठाया कि आतंकियों के खिलाफ क्या कार्यवाही हुई? उन्होंने सरकार से कहा कि अगर हिम्मत है तो आतंकवादियों को पकड़कर लाएं, न कि सवाल पूछने वालों पर मुकदमे चलाएं। नेहा ने लोकतंत्र में सवाल पूछने के अधिकार की बात भी दोहराई है।
यह मामला देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और राष्ट्रीय सुरक्षा के बीच संतुलन को लेकर एक बार फिर बहस का कारण बन गया है। एक ओर सरकार का पक्ष है कि संवेदनशील घटनाओं के बाद ऐसे बयान सामाजिक भाईचारा बिगाड़ सकते हैं वहीं दूसरी ओर नेहा सिंह राठौर जैसी आवाजें कह रही हैं कि सवाल पूछना लोकतंत्र की आत्मा है। इस टकराव ने एक बड़ी संवैधानिक बहस को जन्म दिया है जिसका असर भविष्य की राजनीति पर भी दिख सकता है। मतलब कि सरकार का कहना है कि जब कोई बड़ा या दुखद हादसा होता है तो कुछ लोग ऐसे बयान दे देते हैं जिससे समाज में झगड़ा हो सकता है। वहीं नेहा सिंह राठौर जैसी लोग बोलते हैं कि सवाल पूछना ही असली लोकतंत्र है। अब इस बात को लेकर दोनों तरफ खींचतान चल रही है और इसका असर आगे चलकर देश की राजनीति पर भी पड़ सकता है।
आगे देखने वाली बात यह होगी कि इस मामले में न्यायिक प्रक्रिया किस दिशा में बढ़ती है। क्या अदालतें अभिव्यक्ति मतलब अपनी बात खुलकर रखने की आजादी की स्वतंत्रता के पक्ष में खड़ी होंगी या राष्ट्रीय एकता की रक्षा को प्राथमिकता देंगी? साथ ही यह भी साफ होता जा रहा है कि आने वाले समय में सोशल मीडिया पर अपने विचार रखने को लेकर जिम्मेदारी और सावधानी पहले से कहीं ज्यादा जरूरी हो जाएगी।
यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते हैतो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’