लोकल हीरो
24 जनवरी 2019, जिला चित्रकूट
सफलता की हर किसी की अपनी-अपनी कहानी होती है आज की कहानी है धनुवां की। इनकी मेहनत बताती है कि परिस्थितियां कितनी भी विपरीत क्यों न हो, कुछ कर गुज़र करने का जूनून हमेशा जीतता है। जवानी में ही पति की मौत हो जाने का गम तो था, साथ ही दो बच्चों की देखभाल की चिंता भी सताती रहती थी। जिसके चलते वो अब ठेला चलाकर अपने परिवार का पेट पाल रही हैं।