परदेश से आया पर घर नही पहुंच पाया, क्वारेनटीन में गई मज़दूर की जान :उत्तर प्रदेश बांदा जिला के साड़ी गांव का मजरा करिदा डेरा यहां के मजदूरों का आरोप है कि लाक डाउन के चलते अहमदाबाद परदेश से चार मजदूर साइकिल यात्रा करके गांव तक 15 दिन में पहुंचे इसके बाद मुन्ना की अचानक तबीयत खराब होने से उसके मुंह से ब्लड चलने लगा इसके बाद घर वाले ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया जिसमें वहां के डॉक्टर ने कानपुर के लिए रिफर कर दिया कानपुर में ब्लड की कमी बताई गई जिसमें उसका छोटा लड़का खून देने के लिए तैयार हुआ फिर भी उनके पिता जी की तबीयत सही नहीं हुई वहीं पर मृत हो गई मृत होने की जानकारी परिवार वालों को हुई परिवार में रो-रोकर हाल बुरा है परिवार वालों का कहना है कि लाक डाउन के कारण ही हमारे मुन्ना की मौत हुई है अगर लाक डाउन ना होता तो उसने साधन से गांव तक आ सकता था करोना वायरस के कारण लाख डाउन होने से ही मौत हुई है मजदूरों के पास किसी तरह की व्यवस्था नहीं थी ना तो उनके पास पैसे थे और ना खाने पीने का था इस कारण से उसने साइकिल यात्रा की जिसमें गांव ही पहुंचते-पहुंचते उनकी मौत हो चुकी वहां का जो मालिक था उसने किराया मांग रहा था मजदूरों के पास किराया ना होने के कारण निकाल दिया गया जिसमें सभी मजदूर साइकिल से चल दिया इस कारण से वहां के मजदूर साइकिल से यात्रा करने के लिए मजबूर हुए इसी कारण से उनकी कानपुर में मौत हो गई है मौत की जानकारी परिजनों को मिली परिजनों में कोहराम मच गया इस मामले में पैलानी एस डीएम रामकुमार वर्मा का कहना है कि तहसीलदार को सूचना दी गई हैं आर्थिक मदद उनके परिवार को मिलेगा