मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री का पद पहली बार संभाल रहे ब्रजेंद्र प्रताप सिंह इन्होने एक कार्य क्रम रखा था, जो की लालजी टंडन बीजेपी नेता के साथ मिलन समारोह के रूप में किया गया है यहाँ भारी संख्या में लोग उपस्थित हुए और सभी लोगों के लिए माक्स की व्यवस्थाएं की गई इस कार्यक्रम में पुलिस प्रशासन एस.डीएम,तहसीलदार खनिज विभाग एवं सभी अधिकारी शामिल रहे|
मुख्यमंत्री संबल योजना और आयुष्मान योजना
इन दो योजनाओं पर ज्यादा जोर डालते हुए कहा कि जिन लोगों के पास आयुष्मान कार्ड और संबल कार्ड बने हुए हैं| अब उन लोगों को कोई कठिनाई नहीं होगी उनके लिए डायरेक्टली जिले से पैसे उनके अकाउंट पर ट्रांसफर किये जाएंगे| उनको ग्राम पंचायत में सचिव, सरपंच और सी.ई.ओ के पास नहीं भटकना पड़ेगा| साथ ही उन्होंने कहा कि इसके लिए एक समिति गठित की जाएगी| जिसमें लोगों की जो परेशानियां और शिकायतें होंगी उन तक पहुंचा कर उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा और पन्ना में ग्रामोदय विश्वविद्यालय,खेल का मैदान और बड़ा अस्पताल भी बनवाने की बात कही !
प्रवासी मजदूरों पर चर्चा
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में जितने प्रवासी मजदूर हैं उन सभी मजदूरों की लिस्ट उनकी जानकारी उनके मोबाइल नंबर उनके पास दर्ज है और जो मजदूर बाहर जाकर कंपनी में कार्य कर रहे थे उनके मालिकों के द्वारा इन लोगों को कुछ मदद की जाएगी और यह भी बोला कि पन्ना में सभी लोग खनिज से अधिकतर जुड़े हुए हैं और पहले सभी लोग यही मजदूरी करके अपना जीवन यापन करते थे लेकिन देखा जा रहा है कि जब से पन्ना टाइगर रिजर्व हुआ है तब से मजदूरों को रोजगार मिलना मुश्किल हो गया है इसलिए मजदूरों को बाहर कमाने के लिए जाना पड़ता है| उनके लिए भी सोचा जा रही है|
लोगो ने अपने उम्मीदे को ले कर दिया ज्ञापन
कार्यक्रम में ब्रजेंद्र प्रताप जी से अपनी उम्मीदें लेकर आए कई लोगों ने अपनी अपनी समस्याओं को लेकर ज्ञापन दिया| किसी ने खेती संबंधित तो किसी ने रेत खदान से संबंधित तो किसी ने पी एम हाउस और अपने जमीनी पट्टे को लेकर, इन सभी लोगों के ज्ञापन स्वीकार किये गये और लोगों को भरोसा हुआ कि ब्रजेंद्र प्रताप सिंह एक नई पहल के रूप में कैबिनेट मंत्री बने हैं, तो वह गरीबों की मदद करेंगे|
अब देखना यह है कि क्या जो गरीब लोग विधायक जी उर्फ कैबिनेट मंत्री से भरोसा लगाए हुए हैं यह भरोसा स्वीकार होगा या ऐसे ही जैसा अभी तक चलता रहा कि जनता से वादे किये गये और फिर उनको आशा – आशा में निराश कर दिया गया|