जिला बांदा| इस समय धान की कटाई और पढ़ाई जोरों पर चल रही है और खेतों की साफ सफाई की जा रही है दूसरी बुवाई की तैयारी के लिए लेकिन खेतों के साफ-सफाई के चलते पराली जलाने को लेकर किसान काफी परेशान है क्योंकि सरकार ने पराली जलाने पर सख्त कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं जिसके चलते कई किसानों के ऊपर मुकदमे भी लिखे जा चुके हैं|
किसानों का कहना है कि इस समय मजदूर मिल नहीं रहे हैं और खेतों की अगर सफाई नहीं करते हैं तो दूसरी फसल तैयार नहीं होती इसलिए अगर खेत को साफ करके मेल में भी कुड़े पर आग लगाते हैं तो प्रशासन उन्हें पराली जलाने के जुर्म में परेशान करती है और जुर्माना भरने को कहते हैं| जब कि हम लोग पराली नहीं जलाते हैं क्योंकि हमारे जानवरों के खिलाने के लिए ही पूरा नहीं हो पाता तो पराली काहे को जलाएंगे हां जिसके पास जानवर नहीं हो वह कभी कहीं पर जला दिया हो तो नहीं कह सकते लेकिन हम किसानों को ऐसे ही फंसाया जा रहा है|
हम किसान वैसे भी परेशान हैं देवी आपदाओं और कर्ज के चलते अपने परिवार का पालन नहीं कर पा रहे| किसी तरह जीव का चला रहे हैं और अब जुर्माना भी आ गया तो कैसे भरेंगे| अगर नहीं भरते हैं तो जेल जाने के लिए धमकी दी जा रही है इसलिए वह काफी परेशान है| पचोखर गांव के किसान बच्चन बाबू और कमलाकांत बताते हैं कि 15 दिन पहले उनके खेत के पास नाले के ऊपर रखी उन्होंने हमें कहा कि आपने पुअर जलाया है और कार्यवाही की जाएगी जुर्माना भरना पड़ेगा जबकि हमने खुद में नहीं जलाया हां थोड़ा बहुत हमने कचरा खेतों का साफ करके मेलों में आग लगाई है |
लेकिन जो पुअर को लेकर उन्होंने कार्यवाही करने की धमकी दी है वह हमने नहीं जलाया इसलिए हम काफी परेशान हैं| निवादा गांव के किसान बताते हैं कि वह अपने खेत बाल काट रखे हुए हैं उनका उस खेत से कोई लेना देना नहीं है जिनको बल कर दिए हैं उन्होंने कुछ भी खुद किया हो उनको पता नहीं लेकिन उनके खिलाफ जुर्माना भरने का नोटिस आ गया है कि आप लोगों ने पराली जलाई है और यह भी कहा गया है कि अगर आप जुर्माना नहीं भरेंगे तो जेल जाना होगा इसलिए वह काफी परेशान है |
उनका कहना है कि जहां इतनी बड़ी फैक्ट्रियां चलती हैं और उससे प्रदूषण होता है वहां के लिए कोई ध्यान नहीं दिया जाता और सरकार पराली से प्रदूषण फैलने की बात करके किसानों को परेशान कर रही है नरैनी उप कृषि विभाग के बाबू ने आफ कैमरा बताया कि जितने भी मामले पराली जलाने के हमारे संज्ञान में आए हैं उनके लिए कार्यवाही के तौर पर तहसील द्वारा नोटिस वसूली के लिए भेजी गई है| अब वसूली करना तहसील कि काम है|