“क्या हमारा मांस इतना सस्ता है। ऐसे कई दृश्य हैं जहां हमारा मांस लाइव टीवी पर पिघलते हुए देखा जा सकता है। क्या इससे ज़्यादा और भी कुछ है जो एक साधारण इंसान को चोट पहुंचा सकता है। आप और क्या देखोगे जिससे आपको गुस्सा महसूस हो? हम थक चुके हैं। जो दृश्य हम रोज़ देख रहे हैं, वह हमें रोज़ मार रहे हैं। हम बस देख रहे हैं और ये सोच रहे हैं कि हमारी मौत किस तरह से होगी?” – गाजा की एक पत्रकार ने पूछा
“हमने सबको सामने जलते हुए देखा। जब मिसाइल गिरी तो एक व्यक्ति की मौत हो गई। वह जल गया था, क्या उसे महसूस नहीं हो रहा होगा? लेकिन वह बैठा हुआ था और बस जल रहा था। हम हर रोज़ ये सोचते हैं कि हमारी मौत किस तरह से होगी। हमें लगता था कि मारे जाने के शायद के 5 ही तरीके हैं लेकिन नहीं। वह हमें नये-नये तरीके दिखा रहे हैं। हम थक चुके हैं।”
गाजा की एक महिला पत्रकार ने अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किये वीडियो में कहा जिसे wearthepeace ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर पोस्ट किया।
सोमवार,14 अक्टूबर को इज़रायल ने गाजा पट्टी के दीर अल-बलाह (Deir al-Balah) में अल-अक्सा मार्टियर्स अस्पताल (Al-Aqsa Martyrs Hospital) में बमबारी की।
हवाई हमले से उठती आग की लपटें अस्पताल की दीवारों से होकर उन टैंटों तक पहुंच गईं जहां लोग इज़रायल द्वारा लगातार हमले और उनके घरों से बाहर निकाले जाने के बाद रह रहे थे। दर्जन भर टेंट्स में सो रहे लोग इज़रायल के हमले में ज़िंदा जल गए। उन्हें नींद में ही ज़िंदा जलाकर उनकी हत्या कर दी गई।
कई सोशल मीडिया व डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर लिखा गया,
“Burning Palestinians alive”/ ”फिलिस्तीनियों को ज़िंदा जलाया जा रहा है”
किसी ने लिखा, “Burning Palestinians alive is nothing new” यानी फिलिस्तीनियों को ज़िंदा जलाना कोई नई बात नहीं है।
This is so f**** scary
Do u know how many people live in this area!!!!Video taken from al aqsa hospital in deir el balah pic.twitter.com/MsYCbfxX4T
— Hind Khoudary (@Hind_Gaza) October 13, 2024
अल-अक्सा मार्टियर्स अस्पताल का वीडियो जहां इज़रायल द्वारा मिसाइल छोड़ी गई थी और लोगों की हत्या की गई थी।
डॉयचे वेले (DW) की रिपोर्ट के अनुसार, इज़रायल द्वारा की गई इस बमबारी में चार लोगों की हत्या और 40 लोगों के घायल होने की खबर है। गंभीर रूप से आग से जलने के बाद 25 लोगों को दक्षिणी गाजा के नासिर अस्पताल में भेजा गया।
रिपोर्ट के अनुसार, जीवित लोगों को मिसाइल से जलाने के बाद इज़रायल यह दावा करते हुए कहता है कि वह लोगों के बीच छिपे आतंकवदियों को निशाना बना रहा था। सच क्या है, वह लोगों के जले हुए शव, विस्थापित लोग, जिन लोगों की हत्या कर दी गई है, जिनकी की जा रही है, वह भी बस अपनी ताकत और अहंकार को दिखाने के लिए, यह सब चीज़ें यह बताने के लिए काफी है कि इज़रायल द्वारा जो गाजा, फिलिस्तीन,लेबनान आदि जगहों पर जो बमबारी की जा रही है, वह जनसंहार है। इज़रायल, जनसंहार कर रहा है। एक समुदाय के प्रति, एक देश एक प्रति, मानवीयता के प्रति।
wearthepeace नाम का इंस्टाग्राम पेज जोकि शुरू से ही इज़रायल द्वारा किये जा रहे जनसंहार को लेकर अपने पेज पर पोस्ट कर रहा है। उसने कल हुई हत्या के बारे में वहां के लोगों का अनुभव शेयर किया जिन्होंने लोगों को आग में जीवित जलते हुए देखा था। वह आग जो इज़रायली सेना द्वारा मिसाइले छोड़ने से लगाई गई थीं।
पोस्ट के अनुसार, “हम आज उठे यह प्रार्थना करते हुए कि जो भी हमने कल देखा वह बस एक बुरा सपना हो। जो हमने देखा, वह इतना डरावना और भयंकर था कि एक इंसान का दिमाग भी इसे नींद में उस तरह से नहीं दिखा सकता। जले हुए टेंट, स्थिर हो चुकी धूल और शरीर जो अब बस राख हो गए थे, सब कुछ असली था।
अस्पताल में एक बच्चा जिसे आइवी (सीरिंज के ज़रीये दवा चढ़ाई जा रही थी) लगा हुआ था,उसके शरीर का हर एक हिस्सा मदद के लिए कहीं पहुंचना चाहता था, उसका शरीर हमारे सामने गल रहा था। यह सच था। लगभग 373 दिनों से वह चीख रहे हैं लेकिन इसका कोई जवाब नहीं है।”
गाजा की पत्रकार दुनिया से पूछती है कि क्या उन्हें पता कि हमारे और उनके शरीर का मांस एक जैसा है, एक है। वह सवाल करती हैं दुनिया से,
“क्या हमारा मांस इतना सस्ता है। ऐसे कई दृश्य हैं जहां हमारा मांस लाइव टीवी पर पिघलते हुए देखा जा सकता है। क्या इससे ज़्यादा और भी कुछ है जो एक साधारण इंसान को चोट पहुंचा सकता है। आप और क्या देखोगे जिससे आपको गुस्सा महसूस हो? हम थक चुके हैं। जो दृश्य हम रोज़ देख रहे हैं, वह हमें रोज़ मार रहे हैं। हम बस देख रहे हैं और ये सोच रहे हैं कि हमारी मौत किस तरह से होगी?”
मकतूब मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इज़रायल द्वारा गाजा में किये गए हालिया हमलों में 29 लोगों की हत्या किये जाने की खबर है। वहीं उत्तरी गाजा में इज़रायल द्वारा घेराबंदी ज़ारी है जिससे लगभग 400,000 फिलिस्तीनी फंस गए हैं। बता दें,गाजा में अक्टूबर 2023 से इजरायली हमलों में कम से कम 42,289 लोगों की हत्या और 98,684 घायल हुए हैं।
कई सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा गया, फिलिस्तीनियों को ज़िंदा जलाये जाने के मामले हर दिन होते हैं लेकिन इन मामलों में से बेहद कम ही कैमरे में दर्ज हो पाते हैं या किये जाते हैं। यह मामला भी सिर्फ इसलिए दर्ज हो पाया क्योंकि वहां कुछ पत्रकार मौजूद थे। पर हमें, इस दुनिया को यह नहीं भूलना चाहिए कि फिलिस्तीनियों के साथ जो हो रहा है, वह उनके साथ सालों से हो रहा है। आज जो जनसंहार दुनिया देख रही है, उसे किसी न किसी का साथ मिला है।
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