बुनियाद अभियान का केन्द्रीय विषय भारत के सबसे प्राचीनतम उद्योग “ईंट भट्ठा उद्योग” में नवीनतम, स्वच्छ एवं पर्यावरण अनुकूल तकनीकी को प्रोत्साहित करना है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ईंट भट्ठा मालिकों, मजदूरों, संगठनों, तकनीकी विशेषज्ञों एवं सरकार के नीति-निर्माताओं के साथ मिलकर उद्योग के लिए ऐसी स्वच्छ तकनीक की तलाश करना है, जो पर्यावरण प्रदूषण को कम कर सके और उद्योग से जुड़े सभी लोगों और समुदायों को लाभ दे सके।
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बुनियाद अभियान के तहत ईंट-भट्ठा मज़दूरों को उनके हक़ के लिए जागरूक और इस अभियान से जुड़ने के लिए कई तरीकों से जागरूक किया जा रहा है। इसके अंतर्गत हाल ही में वाराणसी में एक नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया गया था। इस नुक्कड़ नाटक में ईंट भट्ठों से होने वाले प्रदूषण और इससे मज़दूर के स्वास्थ्य पर पड़ रहे असर को भी उजागर किया गया।
यह कहानी बुनियाद के अंतर्गत आने वाली मीडिया श्रंखला का हिस्सा है, जहाँ हम उत्तर प्रदेश के ईंट भट्ठा उद्योग में, न्यायोचित बदलाव से जुड़े सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण से सम्बंधित कहानियों को लेकर आएंगे।
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