धान की बुवाई से पहले, बुंदेलखंड में एक परंपरा चली आ रही है, जिसमें यह है कि हर किसान गोबर के दीये बनाकर अपने दरवाजे पर रखता है। दीये में जौ या धान भरने के बाद ही वे अपनी खेती की बुवाई शुरू करते हैं। किसानों का मानना है कि इस प्रथा से फसल और अधिक लाभदायक होगी, क्योंकि खेती से अनाज प्राप्त होता है और यह प्रक्रिया समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है।
ये भी देखें –
‘यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’