जिला बांदा| उत्तर प्रदेश सरकार ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे बनाकर कई दिलों को जोड़ने के लिए कई गांव के किसानों की जमीन और स्प्रे स्प्रे का काम भी शुरू है| इसका उद्घाटन भी 29 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दिया था लेकिन अभी तक जिन किसानों की उपजाऊ जमीन इस ड्रेस में में ली गई है उनमें से बहुत से किसानों का मुआवजा नहीं मिला है जिससे किसान दर-दर भटक रहे हैं|
बांदा जिले के बड़ोखर ब्लॉक में आने वाले कलवारा गांव के लोगों का कहना है कि उनकी उपजाऊ जमीन जिसमें वह हर साल लाखों रुपए की पैदावार करते थे वह जमीन इस प्रेस में में चली गई है जिसका अभी तक मुआवजा नहीं मिला ना ही लेखपाल नापने आ रहा काम बराबर शुरू जब उनकी जमीन भी जा रही है|
किसानों का यह भी कहना है कि सरकार एसप्रेसवे तो बनवा रही है और वहावाई लुटने के लिए प्रधानमंत्री ने उदघाटन भी कर दिया पर मुआवजा अभी तक नहीं मिला जबकि सरकार को मुआवजा दे कर पहले किसानों को खुश करना चाहिए था बाद में उदघाटन| जिस सोच के साथ सरकार ये एसप्रेसवे बनवा रही है उससे किसानों का क्या फायदा होगा जब उनके पास जमीन ही न रहेगी और क्या लेकर बाहर जाएगे |
इसे वह काफी परेशान है और आये दिन मुआवजा के लिए तहसील ,विधायक और सांसद के चक्कर लगा रहे है, क्योंकि वह गरीब किसान खेती ही उनके एक सहारा था अब वह भी चली गई तो कैसे परिवार चलेगा| जिन लोगों को मुआवजा मिल गया है वह लोग तो उन्ही पैसो में बाहर खरीद भी रहे है लेकिन जो दो दो चार बिसूआ वाले थे उनकी जमीन भी चली गई और मुआवजा भी नहीं मिला|