खबर लहरिया Blog बुंदेलखंड बन रहा अपराधियों का गढ़

बुंदेलखंड बन रहा अपराधियों का गढ़

बुंदेलखंड का महोबा जिला जहां पर हमेशा से वीरों की गाथा गाई जाती है। अब वह क्राइम का गढ़ बनता जा रहा है। यहां पर हर दिन अपहरण हत्या और रेप जैसे मामले सामने आते हैं पर पुलिस की उदासीनता के चलते पीड़ित न्याय पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।

विधवा महिला न्याय के लिए धरने पर बैठी

bundelkhand becoming criminal Zone

जिला महोबा, ब्लाक चरखारी, गाँव जरौली। यहां की रामदेवी का बेटा 21 अक्टूबर 2020 से गायब है। इसकी सूचना पुलिस को दी गई पर पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं किया इसलिए न्याय के लिए वह 11 नवम्बर से जिला मुख्यालय के आल्हा चौक पर अनशन पर बैठ गई है।

आखिर क्या है पूरा मामला

bundelkhand becoming criminal Zone

रामदेवी ने बताया-“मेरा छोटा बेटा लखन कक्षा 9 में पढ़ता है। 11 अक्टूबर को गाँव का ही उत्तम नाम का लड़का मेरे घर आया और उसको सचिव के घर ले गया। वहां पर लखन ने सचिव के पास 2 दिन मकान के सर्वे वाला काम करवाया। दो दिन बाद उत्तम मेंरे घर आया और धमकी दी कि लखन को सचिव के पास मत भेजना, नहीं तो अंजाम बुरा होगा। जैसे तुम्हारे पति के साथ हुआ है वैसे ही तुम्हारे बेटे के साथ होगा। हमने अपने बेटे को मना कर दिया। उसके एक हफ्ते बाद से 21 अक्टूबर से मेरा लड़का गायब है।”

उत्तम के ऊपर क्यों है शक

रामदेवी ने ये भी बताया कि उन्होंने अपने बेटे की बहुत खोजबीन की लेकिन नहीं मिला। तब उत्तम से उन्होंने पूछा तो वह झूठ बोलता रहा कि वह किसी काम से झांसी में है। जब घर वापस आया तो उन्होंने कहा कि उनका लड़का ढूढ़ कर लाओ, तुम लेकर गए हो, अगर उसको कुछ हो गया तो तुम्हे भी मार दूंगी। तब उत्तम ने कहा कि तुम्हारे लड़का को कुछ नहीं हुआ। कौन कह रहा है कि उसको मार दिया गया है। जाओ पुलिस में रिपोर्ट करो। इसलिए उनको शक है कि उनके लड़के के गायब होने में उत्तम का ही हाथ है।

कौन है उत्तम

किशना अहिरवार का लड़का है उत्तम, उत्तम प्रधान रुतपाल राजपूत के यहां काम करता है। प्रधान भी उत्तम का हर तरह से पूरा सहयोग करता है। इसलिए पुलिस भी उसके यहां पूछताछ के लिए नहीं जाती है क्योंकि प्रधान का खरेला थाने में आना जाना रहता है। उनका यह भी आरोप है कि प्रधान पुलिस की साठगांठ होने की वजह से उनकी कोई सुनवाई नहीं होती है।

क्या है पीड़ित महिला की मांग

रामदेवी ने कहा- “21 दिन हो गए गायब हुए आज तक लड़का नहीं मिला है। मैं चाहती हूं कि पुलिस उत्तम को पकड़े और उससे पूछताछ करे। अगर पुलिस ने उत्तम को पकड़ा और पूछताछ की तो सारे राज खुल जाएंगे। मेरा मन बहुत घबरा रहा है कि कहीं मेरे लड़के को मार न दिया हो।”

क्या कहती है पुलिस

खरेला थाना एसओ सुमित तिवारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि महिला ने पहले गुमशूदगी की दरखास दी थी। तहरीर के आधार पर हमने धारा 363 के तहत मुकदमा लिख दिया था। बाकी हम पता लगा रहे है। हम उत्तम से भी पूछताछ कर रहे हैं।

महिला के साथ 14 साल पहले भी घटी थी ऐसी घटना

रामदेवी ने बताया कि 14 साल पहले “मेरे पति चुन्टा की हत्या गाँव के ही राजपूतों के द्वारा ट्रैक्टर से कुचल कर हत्या कर दी थी। तब भी पुलिस ने हमारी कोई सुनवाई नहीं की थी। मेरे छोटे-छोटे 3 बच्चे हैं। पति के न्याय के लिए पुलिस की चौखट पर जाती रही पर कुछ नहीं हुआ, लास्ट में कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, कोर्ट से क्लेम किया तब जाकर कुछ सुनवाई हुई। 14 साल बाद अब बच्चे थोड़ी बड़े हो गए, थोड़ा बहुत काम का आसरा हुआ तो अब गाँव के लोगो ने उसका भी अपहरण करा दिया। 25 दिन हो गए कोई सुनवाई नहीं हुई, पुलिस भी हाथ में हाथ धरे बैठी है।

योगी सरकार के बड़े बोल सुहावने हैं

सरकार भले ही कानून व्यवस्था को सुधारने की बात कर रही हो पर कानून पूरी तरह से बिखर गया है। पुलिस क्राइम रोकने में नाकामयाब साबित हो रही है। उत्तर प्रदेश में हर रोज अपहरण, हत्या और छेड़छाड़ जैसे मामले सामने आते हैं लेकिन पुलिस कुछ  नहीं कर रही है। उसका कारण है कि पुलिस चालान, अवैध वसूली में व्यस्त रहती है। उन्हें क्राइम से कोई लेना देना नहीं होता है।