बुन्देलखण्ड के पन्ना जिले से लगभग 40 किलो मीटर और कालिंजर से लगभग 35 किलो मीटर दूर पहाड़ी खेरा गांव के पास स्थिति बृहस्पति कुंड नाम का एक बहुत ही खुबसुरत झरना है. जो बारिश के समय में और भी बड़ा रुप ले लेता है.इस झरने के साथ साथ यहाँ पर आदिमानव के समय के बहुत ही खुबसुरत शैल चित्र भी बने हैं. जिससे देखने के लिए हजारों लोग घुमने आते हैं.लेकिन इस साल लॉकडाउन के चलते ये झरना बहुत ही पॉपुलर हो गया है|
यहां पर रहने वाले लोग बताते हैं कि इस प्रकृतिक जगह में देव गुरु बृहस्पति ने कई यज्ञ किये थे. जिससे इसके कारण इसे बृहस्पति कुंड के नाम से जाना जाता है.यहा पर सात कुंड है और हर साल मकर सक्रांति को विशाल मेला लगता है,जिसमें बड़ी संख्या में लगो यहाँ स्नान करने आते हैं| लोगों के ये भी कहना है कि ये झरना तो सदियों पूराना है पर इस साल लाकडाउन के चलते मीडिया के माध्यम से इसको और भी पॉपुलर किया गया है. इस लिए अब यहां हर रोज हजारों की संख्या में लोग घूमने आते हैं और यहां के प्राकृतिक सौंदर्य और झरने का मजा लेते हैं और स्नान करते हैं लोग इसलिए भी महत्व दे रहे हैं कि उनका मानना है कि यहां के नहाने से जो कोरोना बीमारी है वह भी ठीक होगी|
झरने में घूमने आए लोगों का कहना है कि इस साल लॉकडाउन के चलते हैं वह लोग फुर्सत हैं और उन्होंने इस झरने की बहुत सारी चर्चाएं सुनी थी इसके पहले तो नहीं आए लेकिन जब यहां पर आए हैं और यहां का नजारा देखा तो उनको बहुत ही अच्छा लगा और बहुत ही खुशी महसूस कर रहे हैं यहां आने से उनको जो मेन प्राकृतिक सौन्दर्य है वह बहुत ही बखूबी देखने को मिला है जब यहां लोग आए और उन्होंने यहां का सौंदर्य और आदिमानव के समय के बने शैल चित्र देखें तो उनको बहुत ही खुशी महसूस हुई और ऐसा लगा कि वह यहां हमेशा आते रहे और आगे से वह यहां आने की हमेशा कोशिश करेंगे यह उनके घूमने के लिए एक बहुत ही अच्छी और रोचक जगह है|