इस ख़ास कड़ी में बोलेेंगे बुलवायेंगे की एंकर और चीफ़ रिपोर्टर नाज़नी रिज़वी एक अहम सवाल उठाती हैं – जेंडर से जुड़ी ग़लत सूचनाएँ इतनी जल्दी क्यों शेयर हो जाती हैं? नाज़नी हाल में वायरल हुए मैसेज और पोस्ट लेकर गाँव–कस्बों में लोगों से सीधे बातें करती हैं – उन्हें क्यों सही लगा, क्यों शेयर किया, और वे मानते हैं कि ये ख़बरे कहाँ से आती हैं। यह कड़ी हमारे जेंडर्ड डिसइन्फ़ॉर्मेशन सीरीज़ की पहली रिपोर्ट है, जिसे एसोसिएशन फ़ॉर प्रोग्रेसिव कम्युनिकेशन (APC) के साथ मिलकर बनाया गया है। आने वाले हिस्सों में हम और गहराई से समझेंगे कि जेंडर वाली ग़लत सूचनाएँ किस तरह काम करती हैं, महिलाएँ ऑनलाइन रहते हुए किन चुनौतियों का सामना करती हैं, और विशेषज्ञों से सुनेंगे इनके हल और आगे की राह के बारे में।
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