खबर लहरिया Blog BLO suicide in Gonda, Fatehpur : गोंडा और फतेहपुर में बीएलओ (BLO) ने की कथित तौर पर आत्महत्या, एसआईआर (SIR) के काम के दबाव को बताई वजह

BLO suicide in Gonda, Fatehpur : गोंडा और फतेहपुर में बीएलओ (BLO) ने की कथित तौर पर आत्महत्या, एसआईआर (SIR) के काम के दबाव को बताई वजह

यूपी में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की ड्यूटी में लगे अब तक 4 कर्मचारियों की मौत हो चुकी है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार आज 26 नवंबर को बरेली में BLO सर्वेश कुमार गंगवार को ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक आ गया, जिससे उनकी मौत हो गई है। इससे पहले गोंडा में बीएलओ ने ज़हर खाकर जान दे दी। वहीं फतेहपुर में बीएलओ (BLO) ने फांसी लगा ली। बताया जा रहा है दोनों ने कथित तौर पर आत्महत्या की। जबकि एक शिक्षामित्र की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई थी। आरोप है कि यह सभी मौतें यूपी में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के काम के दबाव की कारण हुई है। हालाँकि प्रशासन ने इन आरोप को खारिज किया है और पुलिस को जाँच के आदेश दिए गए।

एसआईआर प्रकिया की सांकेतिक तस्वीर (फोटो साभार : खबर लहरिया)

हाल ही में बूथ लेवल ऑफिसर / बीएलओ (BLO) के आत्महत्या के मामले सामने आ रहे हैं जिसकी वजह एसआईआर (SIR) के काम के दबाव को बताया जा रहा है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि एक महीने के भीतर ही प्रकिया को खत्म करना है। यह प्रक्रिया 4 नवम्बर से शुरू हुई थी और 4 दिसम्बर तक चलेगी। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार 19 दिनों में 6 राज्यों में करीब 16 बीएलओ की मौत हो गई। गुजरात -मध्य प्रदेश में 4-4, पश्चिम बंगाल में 3, राजस्थान में 2 और तमिलनाडु – केरला में 1-1 बीएलओ की मौत एसआईआर के दबाव के चलते हुई। कहीं आत्महत्या, कहीं ब्रेन स्टोर्क तो कहीं हार्ट अटैक से जान गई। ये मौत के आँकड़े बढ़ते ही जा रहे है अब आत्महत्या की घटनाएँ यूपी से आ रही है।

गोंडा में जहर खाकर की आत्महत्या

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में गोंडा में, एसआईआर में कार्यरत बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) विपिन यादव ने ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली। मृत्यु होने से पहले वीडियो में वह कहते दिख रहे हैं कि उन्होंने जहर एसआईआर के दबाव के खाया। उन्होंने दावा किया कि एसडीएम, सीडीओ और लेखपाल उन्हें परेशान कर रहे थे। यह घटना गोंडा की तरबगंज तहसील क्षेत्र की बताई जा रही है। उनका इलाज किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के ट्रॉमा सेंटर में चल रहा था जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

विपिन यादव के साले ने SDM, BDO पर लगाया वोट काटने का आरोप

सोशल मीडिया पर एक और वीडियो सामने आई है जिसमें BLO विपिन यादव के साले प्रतीक ने आरोप लगाया है कि SDM, BDO और लेखपाल बार-बार मेरे जीजा विपिन पर OBC वोटर्स का नाम काटने का दबाव बना रहे थे। ऐसा न करने पर उन्हें सस्पेंड करने और पुलिस से उठाने की धमकी दी जा रही थी।

डीएम प्रियंका निरंजन ने किया आरोपों को खारिज

डीएम प्रियंका निरंजन ने आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, “एसआईआर ड्यूटी को लेकर कोई दबाव नहीं था। विपिन ने 800 में से 100 फॉर्म पूरे कर दिए थे और काम सामान्य रूप से चल रहा था।” डीएम ने आरोप लगाया कि वीडियो किसी के कहने पर रिकॉर्ड किया गया था और इसकी जाँच की जा रही है। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी की भूमिका संदिग्ध लग रही है, जिसकी जाँच की जाएगी।

पुलिस ने बताया कि शिक्षक संघों के आक्रोश की आशंका को देखते हुए कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए केजीएमयू में पुलिस बल तैनात किया गया था।

फतेहपुर में बीएलओ ने लगाई फांसी

आत्महत्या का दूसरा मामला फतेहपुर से है जहां शादी के लिए छुट्टी न मिलने पर लेखपाल ने आत्महत्या कर ली, जिन्हें एसआईआर का काम दिया गया था। यूपी के फतेहपुर में SIR सुपरवाइजर सुधीर कुमार ने अपनी शादी से एक दिन पहले फांसी लगाकर जान दे दी।

सुधीर के परिजनों ने बताया कि 26 नवंबर को सुधीर की शादी थी। इसीलिए सुधीर ने छुट्टी के लिए एप्लीकेशन दी थी लेकिन उन्हें छुट्टी नहीं दी गई। सुधीर की बहन वीडियो में कह रही हैं कि “बहुत दबाव डाले, घर आकर भी धमकाया कि काम कौन करेगा।”

आक्रोश में ग्रामीणों, एफआईर लिखने

नोएडा में बीएलओ के पद से सहायक शिक्षिका ने दिया इस्तीफा

एसआईआर के बढ़ते दबाव के चलते आगनबाड़ी, सरकारी शिक्षकों पर पहले एसआईआर के काम को पूरा करने की जिम्मेदारी दी गई है। नोएडा में बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) के पद पर नियुक्त एक महिला सहायक शिक्षिका ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षण और विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) से जुड़ी ज़िम्मेदारियों को एक साथ संभालना उनके लिए लगातार मुश्किल होता जा रहा था।

बीएलओ पर SIR के काम का दबाव

खबर लहरिया की रिपोर्ट में यह पता लगाने की कोशिश की गई कि आखिर यूपी में चल रहे एसआइआर का दबाव क्या सच में है। अगर है तो किस तरह का दबाव का सामना वे कर रहे हैं। आप नीचे दिए गए वीडियो में बीएलओ से की गई बात को सुन सकते हैं।

विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रकिया को लेकर हमेशा से विपक्ष भी विरोध करता आ रहा है। इस तरह के आत्महत्या के मामले सामने आने पर समाजवादी पार्टी ने एसआईआर की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग की है। सरकार भले इस बात को स्वीकार न करें कि इन आत्महत्याओं के पीछे एसआईआर वजह है लेकिन वास्तव में ज़मीन पर इस सच को झुठलाया नहीं जा सकता। एसआईआर फॉर्म को लेकर ग्रामीणों के सवाल, बीएलओ पर काम को जल्दी पूरा करने का दबाव ऐसे में मानसिक तनाव बढ़ जाता है। जल्दीबाजी में कई गलतियाँ होने का भी डर रहता है। सबसे बड़ा सवाल यही है कि एसआईआर प्रक्रिया के दौरान ही आत्महत्या के मामले क्यों सामने आ रहे हैं।

 

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