Fact check by Logically Facts
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक शख़्स रैली के दौरान अपने साथ चल रही एक महिला के शरीर को छूता हुआ नज़र आ रहा है. बैकग्राउंड में ‘जय श्री राम’ के नारे सुने जा सकते हैं. इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि इसमें दिख रहा शख़्स भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का नेता है जो एक रैली के दौरान पार्टी की एक महिला कार्यकर्ता के साथ खुलेआम छेड़छाड़ कर रहा है.
फैक्ट चैक
निर्णय [असत्य]
यह वीडियो पाकिस्तान के राजनीतिक दल पीपीपी की एक पुरानी रैली का है और इस वीडियो का किसी बीजेपी नेता से कोई संबंध नहीं है.
(ट्रिगर वार्निंग: रिपोर्ट में यौन उत्पीड़न के दृश्यों का वर्णन है. पाठकों को विवेक की सलाह दी जाती है.)
दावा क्या है?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक शख़्स रैली के दौरान अपने साथ चल रही एक महिला के शरीर को छूता हुआ नज़र आ रहा है. बैकग्राउंड में ‘जय श्री राम’ के नारे सुने जा सकते हैं. इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि इसमें दिख रहा शख़्स भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का नेता है जो एक रैली के दौरान पार्टी की एक महिला कार्यकर्ता के साथ खुलेआम छेड़छाड़ कर रहा है.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “जय श्री राम के नारे लगा दो फिर हाथ कहीं भी घुसा दो..” वहीं, एक अन्य यूज़र ने तमिल भाषा में लिखे कैप्शन में बीजेपी नेता पर महिला कार्यकर्ता का शारीरिक शोषण करने का दावा किया. इस पोस्ट को अब तक 88,000 से ज़्यादा व्यूज़ मिल चुके हैं.
हालांकि, बीजेपी नेता द्वारा महिला कार्यकर्ता के साथ छेड़छाड़ या ग़लत तरीके से छूने के दावे से शेयर किया गया वीडियो असल में पाकिस्तान का है और 2007 से इंटरनेट पर मौजूद है.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
हमने रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिये वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को खोजा, तो हमें यह कई यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ ठीक मिला. हमने पाया कि वीडियो 2007 में अलग-अलग महीनों में शेयर किया गया था. इसमें सबसे पुराना वीडियो मई 16, 2007 को अपलोड किया गया था. वीडियो के टाइटल में ‘शेरी रहमान, यूसुफ रज़ा गिलानी, पीपीपी रैली’ लिखा हुआ है. जबकि वीडियो में रैली के दौरान लोगों के हाथों में उर्दू वाले बैनर भी देखे जा सकते हैं.
यहां वीडियो में नज़र आने वाले शख़्स और महिला की पहचान यूसुफ़ रज़ा गिलानी और शेरी रहमान के रूप में की गई है. साथ ही बताया गया है कि यह घटना 2007 में पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) की रैली के दौरान हुई थी.
हम पाते हैं कि इन वीडियो में कहीं भी ‘जय श्री राम’ का नारा सुनाई नहीं देता. इससे पता चलता है कि वायरल वीडियो में ‘जय श्री राम’ के नारे वाला ऑडियो हेरफ़ेर के ज़रिये जोड़ा गया है.
बता दें कि साल 2008 में यूसुफ़ रज़ा गिलानी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने थे.
आगे खोज करने पर हमें दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट में भी इस घटना का ज़िक्र मिलता है, जिसमें बताया गया है कि एक रैली के दौरान गिलानी ने भीड़ का फ़ायदा उठाते हुए शेरी के शरीर पर हाथ लगाने की कोशिश की थी.
वहीं, द गार्जियन की सितंबर 5, 2008 को प्रकाशित एक रिपोर्ट में भी इस घटना का संदर्भ दिया गया है. लेख के एक अंश में लिखा है, “…साथ ही पिछले साल एक राजनीतिक रैली में सूचना मंत्री शेरी रहमान को कथित रूप से छूने के लिए प्रधानमंत्री यूसुफ रज़ा गिलानी पर तीखा कटाक्ष किया गया.”
हालांकि, हम स्वतंत्र रूप से यह पता नहीं लगा सके कि असल में कब और कहां शूट किया गया था.
निर्णय
हमारी अब तक की जांच से स्पष्ट हो जाता है कि वायरल हो रहा वीडियो पाकिस्तान की एक पुरानी रैली का है और इस वीडियो का किसी बीजेपी नेता से कोई संबंध नहीं है. इसलिए, हम वायरल दावे को ग़लत मानते हैं.
(एडिटर नोट: लॉजिकली फ़ैक्ट्स ने रिपोर्ट में किसी भी वायरल पोस्ट के आर्काइव लिंक या सोर्स लिंक को शामिल नहीं किया है क्योंकि वीडियो में यौन उत्पीड़न के दृश्य हैं.)
(यह लेख मूल रूप से सबसे पहले Logically Facts द्वारा प्रकाशित किया गया था व इसे शक्ति कलेक्टिव के भाग के रूप में खबर लहरिया द्वारा दोबारा प्रकाशित किया गया है।)
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