पांचवी तक स्कूल होने की वजह से लड़कियां आगे पढ़ नहीं पाती। बच्चों को पढ़ाई के लिए काफ़ी दूर जाना पड़ता है। यही वजह है कि हमीरपुर जिले मौदहा ब्लॉक के सिजनोडा गांव की लड़कियां आगे की शिक्षा प्राप्त नहीं कर पा रही हैं। लड़के 10वीं तक पढ़ाई कर लेते हैं। ज़यादातर गरीब परिवारों के बच्चे पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं।
लोग भी चाहते हैं कि स्कूल 10वीं तक हो। लोगों की मानें तो बच्चों को 12वीं तक पढ़ाने के लिए उन्हें 3 गांव बदलने पड़ते हैं। पहले तो वह अपने गांव में पांचवी तक पढ़ाते हैं फिर वह भैस्ता गाँव में आठवीं तक पढ़ाते हैं और फिर मौदहा में दसवीं तक पढ़ाते हैं। जिसकी वजह से लड़के तो किसी तरह दसवीं तक पढ़ लेते हैं लेकिन लड़कियों की पढ़ाई पांचवी तक ही रह जाती है।
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स्कूल की मैडम शिखा उत्तम कहती हैं, गांव की आबादी पर निर्भर करता है कि स्कूल कौन-से क्लास तक होगा। पहले आबादी कम थी तो स्कूल पांचवी तक था। अभी स्कूल में लड़के और लड़कियां मिलाकर 121 छात्र है। पूरे कक्षा 1 से 5 तक सिर्फ 20 से 25 छात्र ही पढ़ने आते हैं।
गांव में अभी नए प्रधान बने हैं। उनका कहना है कि वह अपने गांव में आठवी, दसवीं तक स्कूल लाने का पूरा प्रयास करेंगे जिससे कि उनके गांव की लड़कियां भी आगे की शिक्षा प्राप्त कर पाएं।
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