मतदाता ऑनलाइन मतदाता सूची (वोटर लिस्ट) में अपना नाम दर्ज करवा सकता है। इसके लिए चुनाव आयोग द्वारा एक क्यू आर (QR) कोड का इस्तेमाल किया जा सकता है।
वर्तमान में बिहार में होने वाले विधान सभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए निर्वाचन आयोग ने एक नई डिजिटल पहल की शुरुआत की है जिसके तहत मतदाता ऑनलाइन मतदाता सूची (वोटर लिस्ट) में अपना नाम दर्ज करवा सकता है। इसके लिए चुनाव आयोग द्वारा एक क्यू आर (QR) कोड का इस्तेमाल किया जा सकता है जिससे आसानी से मतदाता सूची का फॉर्म भरा जा सकता है। इस तकनीकी सुविधा का उद्देश्य अस्थाई रूप से राज्य से बाहर रहने वाले लोगों के लिए है और जिनके पास स्मार्ट फोन है उनको भी घर बैठे मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवाने के लिए यह सुविधा दी गई है। उसके लिए लिंक और क्यू आर कोड वर्ष 2003 की वोटर लिस्ट भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट https://voters.eci.gov.in/bh_2003_eroll मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बिहार की वेबसाइट https://ceoelection.bihar.gov.in तथा सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी की वेबसाइट पर उपलब्ध है। अब जानेंगे कि क्यू आर कोड क्या है और मतदाता सूची में नाम दर्ज करने के लिए उसे कैसे उपयोग कर सकते हैं।
क्या है क्यू आर (QR) कोड और कैसे काम करता है
क्यू आर कोड का पूरा नाम क्विक रेस्पॉन्स है। यह बेहद तेजी से काम करने वाला उपकरण है। इस बॉक्स में यूआरएल और मोबाइल नंबर छिपाया जाता है। ऐसे में जैसे ही आप इसे स्कैन करेंगे तो आपके पास उस व्यक्ति की डिटेल्स आ जाती है। दर असल यह एक प्रकार का मैट्रिक्स बारकोड होता है जिसे स्कैन करने पर उपयोगकर्ता सीधे एक वेबपेज या एप्लिकेशन पर पहुंच जाता है। बिहार निर्वाचन आयोग द्वारा जारी यह क्यू आर कोड विशेष रूप से फॉर्म 6 (मतदाता सूची में नाम जोड़ने हेतु) को भरने के लिए डिज़ाइन किया गया है। जब कोई व्यक्ति इस कोड को अपने स्मार्टफोन से स्कैन करेगा तो वह सीधा निर्वाचन आयोग की वेबसाइट या वोटर हेल्पलाइन ऐप पर पहुंच जाएगा जहां वह अपना आवेदन ऑनलाइन जमा कर सकता है।
आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन और क्यू आर कोड से कैसे करें
वैसे ऊपर आपको पता लग ही गया होगा कि मतदाता सूची के लिए क्यू आर कोड कहाँ से मिल सकता है।
– इसका दूसरा तरीक़ा है कि सबसे पहले “Fill Enumeration From Online” लिंक पर जाएं और उसे क्लिक करें।
– मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी दर्ज करें और भेजे गए OTP से लॉगिन करें।
– स्क्रीन पर खुलने वाले फॉर्म में अपना नाम, जन्मतिथि और अन्य जरूरी जानकारी सावधानी से भरें।
– एक सफेद कागज़ पर अपने हस्ताक्षर या बाएं हाथ के अंगूठे का निशान बनाएं और उसकी साफ फोटो मोबाइल से खींचकर अपलोड करें।
– घोषणा (Declaration) को ध्यान से पढ़ें और पुष्टि के लिए दिए गए बॉक्स पर टिक करें।
– सारी जानकारी एक बार प्रिव्यू में चेक करें और फिर “Submit Enumeration Form” बटन पर क्लिक करें।
– फॉर्म सफलतापूर्वक जमा होने की जानकारी SMS के जरिए आपके मोबाइल पर मिल जाएगी।
– इसके बाद, फॉर्म में फोटो और ज़रूरी दस्तावेज़ अपलोड करने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
– फोटो और दस्तावेज़ अपलोड करते ही आपकी पूरी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
ध्यान रखने योग्य बातें
मतदाता सूची का फॉर्म भरने के समय सभी जानकरियां और जरुरी दस्तावेज प्रमाणित होनी चाहिए।
ध्यान रखने वाली बात यह है कि एक ही व्यवक्ति द्वारा एक से अधिक आवेदन ना करें।
इसके बाद अंत में रजिस्ट्रेशन की स्थिति लगातार ट्रैक करते रहें।
35 लाख से अधिक के नाम मतदाता सूची से हटाया जाएगा
दूसरी तरफ निर्वाचन आयोग के तरफ से यह भी सूचना मिल रही है कि अब तक की प्रक्रिया के तहत 35 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाया जाएगा। दरअसल इनमें वो लोग शामिल हैं जो या तो मृत पाए गए हैं, स्थाई रूप से अन्य स्थानों पर रहते हैं या जिनका नाम एक से अधिक जगह पर है।
चुनाव आयोग ने ताजा आंकड़े जारी किए हैं जिनसे पता चलता है कि 1.59 प्रतिशत मतदाता यानी 12.5 लाख मतदाता ऐसे हैं जिनकी मौत हो चुकी है। बावजूद इसके उनके नाम मतदाता सूची में बने हुए हैं। वहीं 2.2 प्रतिशत यानी 17.5 लाख मतदाता स्थायी रूप से बिहार से बाहर चले गए हैं और अब राज्य में मतदान के पात्र नहीं हैं। 0.73 प्रतिशत यानी करीब 5.5 लाख मतदाता दो बार पंजीकृत पाए गए हैं। कुल मिलाकर इन निष्कर्षों से संकेत मिलता है कि करीब 35.5 लाख मौजूदा मतदाताओं के नाम बिहार की मतदाता सूची से हटा दिए जाएंगे। यह कुल मतदाताओं का 4.5 प्रतिशत से भी ज्यादा है जो इस और भविष्य के चुनावों से पहले एक बड़ा बदलाव है।
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