खबर लहरिया Blog Bihar election 2025: सीवान में  पीएम मोदी करेंगे 5,000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की घोषणा और बिहार के सरकारी स्कूलों में विभिन्न पदों पर डोमिसाइल नीति को लागू करने का ऐलान 

Bihar election 2025: सीवान में  पीएम मोदी करेंगे 5,000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की घोषणा और बिहार के सरकारी स्कूलों में विभिन्न पदों पर डोमिसाइल नीति को लागू करने का ऐलान 

 बिहार के सिवान जिले में आज शुक्रवार 20 जून 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5,000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की घोषणा करेंगे।बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने सरकारी स्कूलों में 15 हजार से ज्यादा अलग-अलग पदों पर होने वाली भर्ती में डोमिसाइल नीति लागू करने की घोषणा की। 

Photo of PM Modi at a public meeting in Siwan

सिवान में जनसभा में पीएम मोदी की तस्वीर (फोटो साभार: पीएम मोदी X अकाउंट)

बिहार के सिवान जिले में आज शुक्रवार 20 जून 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5,000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की घोषणा करेंगे। इसके साथ ही पचरुखी प्रखंड के जसौली में जनसभा को संबोधित किया। दूसरी तरफ बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कल गुरुवार 19 जून 2025 को सरकारी स्कूलों में 15 हजार से ज्यादा अलग-अलग पदों पर होने वाली भर्ती में डोमिसाइल नीति लागू करने की घोषणा की। 

बिहार में इस साल के अंत में बिहार विधानसभा चुनाव होने हैं जिसके चलते कई पार्टियां बिहार के दौरे पर आ रही है। पार्टियां चुनावी क्षेत्रों में जाकर लोगों को सम्बोधित कर अपना वोट बैंक बढ़ाने की ताक में है। इसी वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार में यह दूसरा दौरा है। इससे पहले वे हाल ही में 29 मई 2025 को पीएम मोदी ने पटना में 50,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया। बिहार में चुनावी क्षेत्र मिलाकर उनका यह 5 वां दौरा है। 

पीएम मोदी करेंगे जनसभा को सम्बोधित 

हिंदुस्तान टाइम्स की 20 जून 2025 की रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दोपहर 12 बजे सीवान जिले के पचरुखी प्रखंड के जसौली में जनसभा को संबोधित किया । प्रधानमंत्री जसौली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शहरी विकास, सीवेज ट्रीटमेंट, पीएम आवास योजना और रेलवे से जुड़ी 5900 करोड़ रुपये से ज्यादा की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। 

भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा, ” कल सीवान की धरती पर 5,736 करोड़ रुपये की कुल 22 परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा, जबकि प्रधानमंत्री 53,666 बेघर लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना की पहली किस्त के रूप में 51,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि भी वितरित करेंगे। इसके अलावा, 6,684 शहरी गरीब परिवारों को उनके नए घरों की चाबी मिलेगी।” पीएम आवास योजना के तहत पीएम मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रतीकात्मक घर की चाबी को दिखाते हए। 

बिहार में पाटलिपुत्र -गोरखपुर वंदे भारत एक्सप्रेस

इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी उत्तर बिहार की कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए मुजफ्फरपुर और बेतिया के रास्ते पाटलिपुत्र को गोरखपुर से जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस सेवा को हरी झंडी दिखाएंगे। इससे पटना के पास पाटलिपुत्र जंक्शन और उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के बीच की दूरी को कम समय में तय किया जा सकेगा। 

 पीएम मोदी करेंगे परियोजनाओं का शिलान्यास 

पश्चिमी चंपारण में 69 करोड़ रुपये की बेतिया जलापूर्ति परियोजना

सारण में 19 करोड़ रुपये की छपरा जलापूर्ति परियोजना

पूर्वी चंपारण में मोतिहारी सीवरेज प्रबंधन परियोजना (लागत 400 करोड़ रुपये है)

भोजपुर में 138 करोड़ रुपये की आरा जलापूर्ति परियोजना 

चुनाव के लिए वोट बैंक बढ़ाना मकसद 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सिवान में कभी राष्ट्रीय जनता दल के नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन का गढ़ माना जाता था जहां मुस्लिम, दलित और यादव की अच्छी खासी आबादी है। सिवान जिले में 8 विधानसभा क्षेत्र हैं। यहां मुस्लिम 25% से ज्यादा मुस्लिम है जो भारतीय जनता पार्टी के बिहार विधानसभा चुनाव में वोट बैंक बढ़ाने में मदद करेगी। 

बिहार विधानसभा चुनाव में डोमिसाइल आरक्षण की राजनीति 

बिहार में डोमिसाइल आरक्षण को लेकर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कल गुरुवार 19 जून 2025 को सरकारी स्कूलों में अलग अलग पदों पर 15 हजार से ज्यादा भर्ती में डोमिसाइल नीति लागू करने का ऐलान कर दिया। यह भर्तियां बिहार के सरकारी स्कूलों में लाइब्रेरियन, क्लर्क और अन्य पदों पर होंगी। 

डोमिसाइल आरक्षण क्या है? 

बिहार में डोमिसाइल आरक्षण का मतलब है राज्यों के मूल निवासियों के लिए सरकारी नौकरियों या संस्थानों में आरक्षण होना। 

आपको बता दें कि हाल ही में बिहार निवासी और छात्रों ने 5 जून 2025 को डोमिसाइल आरक्षण की मांग को लेकर बड़ा प्रदर्शन किया था। बिहार निवासी खासकर छात्र अक्सर इसको मुद्दा बनाते रहे हैं उनका कहना है की दूसरे राज्यों के लोग बिहार की नौकरियां छीन रहे हैं। उनका नारा है, “वोट दे बिहारी और नौकरी ले बाहरी”। 

इस सभी के पीछे बिहार विधानसभा चुनाव ही है जिसकी वजह से उन्हें चुनाव जीतने में मदद मिलेगी। इसकी वजह से ही स्थानीय युवाओं के लिए आरक्षण की मांग चुनावी बहस के केंद्र में आ गई है।

 

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