बिहार विधानसभा चुनाव 2025: बिहार के गांवों की मिट्टी में राजनीति सिर्फ चुनावों तक सीमित नहीं रहती। यह हर घर, चौपाल और हाट-बाजार की बातचीत का हिस्सा होती है। यहां नेता का असली इम्तिहान सिर्फ घोषणाओं से नहीं, बल्कि रोजमर्रा की जिंदगी में किए गए बदलावों से होता है। नीतीश कुमार की राजनीति पर पटना के बंगलों में चाहे जितनी माथापच्ची हो, असली फैसला तो खेत-खलिहानों की पंचायत में होता है। आइए, इस शो के माध्यम से इन बातों का पोस्टमार्टम करें।
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