नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देशभर में विरोध-प्रदर्शन का दौर थमता नजर नहीं आ रहा है। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC)के खिलाफ आज कुछ संगठनों ने भारत बन्द का एलान किया है। हालांकि इसे लेकर सभी राज्यों में प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। हालांकि भारत बंद की जो तस्वीरें सामने आ रहीं हैं उसका मिला जुला असर देखने को मिल रहा है।
इस भारत बन्द का मुख्य एजेंडा CAA, NRC और EVM (इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन) का विरोध है। विरोध के अलावा पोस्टदर में यह मांग भी उठाई जा रही है कि NRC, DNA के आधार पर लागू होना चाहिये। भारत बंद को लेकर जिलो में कड़े इंतजाम किये गये हैं। मुंबई में कुछ प्रदर्शनकारियों द्वारा लोकल ट्रेन को रोक देने की खबरें आ रही हैं। वहीँ बिहार के कई जिलों में सुबह से ही बंद को लेकर वामदलों के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर गए हैं और सड़क जाम कर नारेबाजी प्रदर्शन कर रहे हैं।
बिहार के सीतामढ़ी में हिंसा
बिहार के सीतामढ़ी में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में बुलाए गए भारत बंद के दौरान दो पक्षों में झड़प हो गई, जिसमें 15 लोग घायल हो गए। बता दें कि बहुजन क्रांति मोर्चा के इस भारत बंद को एनआरसी-सीएए का विरोध करने वाले अन्य संगठनों का भी सहयोग मिला। वहीं, दिल्ली के जंतर-मंतर पर भी नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन हुआ।
महाराष्ट्र के यवतमाल में एक दुकानदार ने कई संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के दौरान सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ आंदोलनकारियों को आज अपनी दुकान बंद करने से रोकने के लिए लाल मिर्च पाउडर का उपयोग किया।
#WATCH A shopkeeper in Yavatmal uses Red Chilli powder to stop the agitators protesting against CAA, NRC and NPR from shutting her shop today during Bharat Bandh called by multiple organisations. #Maharashtra pic.twitter.com/32aE3JaReU
— ANI (@ANI) January 29, 2020
मुंबई: नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान बहुजन क्रांति मोर्चा के सदस्यों ने कांजुरमार्ग स्टेशन में रेलवे ट्रैक को बाधित कर दिया हैं। संगठन ने आज ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है।
शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन को 45 दिन हो चुके हैं। इसकी वजह से नोएडा, दिल्ली और फरीदाबाद को जोड़ने वाली सड़क नंबर 13 A बंद है, आपको बता दें कि दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन में 28 जनवरी को दोपहर एक शख्स पिस्टल लहराते हुए मंच तक पहुंच गया। शख्स के मंच पर पहुंचते ही हंगामा मच गया। हाथ में पिस्टल पकड़े शख्स ने प्रदर्शन कर रहे लोगों से चंद मिनटों में मंच खाली करने की चेतावनी दी। इस दौरान मंच के पास अफरातफरी का माहौल था। वहां मौजूद लोगों ने युवक को पकड़ कर मंच से बाहर हटाया। वहीं देर शाम पुलिस ने शख्स की पहचान कर ली। शख्स का नाम मोहम्मद लुकमान बताया गया है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पिस्टल लहराने वाला शख्स राजनीतिक पार्टी से जुड़ा है। हालांकि प्रदर्शन में पिस्टल लहराते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
Mumbai: Members of Bahujan Kranti Morcha block a railway track in Kanjurmarg station during a protest against #CitizenshipAmendmentAct and #NationalRegisterofCitizens . The organization has called for a 'Bharat Bandh' today. pic.twitter.com/1aVpEyh3Ot
— ANI (@ANI) January 29, 2020
दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। 15 दिसंबर से महिलाएं धरना दे रही हैं। युवा और बुजुर्ग भी साथ हैं। दुकानें और शो रूम बंद हैं। इनका किराया 40 हजार से 3 लाख रुपए तक है। कारोबारियों को काफी नुकसान हो रहा है। इसके बावजूद वे विरोध प्रदर्शन के साथ हैं।
#WATCH A person who had gone to Shaheen Bagh to talk to protestors brandished a licensed pistol at the protest site, today. More details awaited. (Source – Delhi Police) pic.twitter.com/kHFbUnt8KG
— ANI (@ANI) January 28, 2020
भारत बन्द में सिर्फ सफाई के लिए खुल रही दुकानें
शाहीन बाग रोड न. 13A से कुछ फासले पर करीब 800 मीटर क्षेत्र में सीएए-एनआरसी के खिलाफ धरना-प्रदर्शन जारी है। महिलाओं के साथ कुछ युवा और बुजुर्ग भी हैं। आधे-अधूरे मन से ही सही लेकिन दुकानदार भी शामिल हैं। कालिंदीकुंज-शाहीन बाग रोड के इस हिस्से में लगभग 250 दुकानें हैं। बड़े ब्रांड्स के शो रूम हैं तो छोटी दुकानें भी। आजकल शटर उठते हैं, सफाई होती है और फिर गिरा दिए जाते हैं। सिलसिला बदस्तूर जारी है।
भविष्य के फायदे के लिए ये नुकसान मंजूर
हर महीने डेढ़ लाख रुपए किराया देने वाले एक दुकानदार नाम बताने से परहेज करते हैं। वे कहते हैं, “यहां 90 फीसदी दुकानें किराए पर हैं। इनमें 60 फीसदी मुस्लिम दुकानदार हैं तो 40 प्रतिशत हिंदू भी। सभी ने मर्जी से कारोबार बंद रखा है। नुकसान बहुत हो रहा है। सरकार भेदभाव वाला कानून न लाती तो कुछ नहीं होता। हम आज विरोध नहीं करेंगे तो कल नुकसान ज्यादा होगा। सीएए के बाद एनआरसी लाया जाएगा। लोगों को लाइन में लगना पड़ेगा।”
शाहीन बाग़ में प्रदर्शन कर रही महिलाएं भी आज जंतर-मंतर पर धरना देंगे। इस धरना प्रदर्शन में शाहीन बाग की बुजुर्ग महिलाएं हिस्सा लेंगी। बुजुर्ग महिलाएं भी सरकार से मांग कर रही हैं कि इस कानून को जल्द से जल्द वापस लिया जाए। बिना कानून वापस लिए विरोध प्रदर्शन खत्म नहीं किया जाएगा। इसके लिए ‘दादी चलो जंतर-मंतर’ का नारा दिया गया है।
ये पहली बार नहीं है जब भारत बंद का एलान किया है।