संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी समान विचारधारा वाले किसान संगठनों से एक साथ आने और भारत बंद का हिस्सा बनने का अनुरोध किया है।
किसानों के ‘दिल्ली चलो’ आह्वान के कुछ दिनों बाद, संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) सहित अलग-अलग किसान संघों ने केंद्र के सामने अपनी मांगों को लेकर दबाव बनाने के लिए आज शुक्रवार, 16 फरवरी को देशव्यापी हड़ताल, ‘ग्रामीण भारत बंद’ का आह्वान किया है। ग्रामीण भारत बंद सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगा, किसान दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक देश भर की मुख्य सड़कों पर चक्का जाम में शामिल होंगे। पंजाब में ज़्यादातर राज्य और राष्ट्रीय राजमार्ग चार घंटे के लिए बंद रहेंगे।
अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) द्वारा दिए गए ‘भारत बंद’ के आह्वान को देखते हुए दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर है। राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा को कड़ी कर दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में कई इलाकों में बैरिकेड लगाए जाने से यातायात प्रभावित हो सकता है।
केंद्र सरकार और किसान यूनियन के बीच अगली बैठक रविवार,18 फरवरी को होनी है। इससे पहले हुई बैठक में कुछ निष्कर्ष निकलकर नहीं आया। बता दें, केंद्र सरकार और किसान यूनियनों के बीच बैठक खत्म होने के बाद किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि,”विरोध शांतिपूर्वक जारी रहेगा। हम किसानों से भी अपील करेंगे। सरकार ने बैठक बुलाई है, हम तब तक इंतजार करेंगे। रविवार को अगर हमें कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिलता है, तो हम इसे जारी रखेंगे। एएनआई ने सोशल मीडिया क X पर इसकी जानकारी दी।
#WATCH | Chandigarh: After the meeting between the central government and the farmer unions concluded, farmer leader Jagjit Singh Dallewal says, “The protest will continue peacefully… We will not do anything else. We will appeal to the farmers too. When meetings are underway… pic.twitter.com/YJOZIZ8Nlm
— ANI (@ANI) February 15, 2024
वहीं कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने शुक्रवार 16 फरवरी की सुबह को वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के साथ मुलकात की थी। उन्होंने कहा कि बातचीत “सकारात्मक” थी।
शंभू बॉर्डर पर बुज़ुर्ग किसान की मौत
पीटीआई के अनुसार,अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा के अंबाला के पास शंभू सीमा पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों में से एक 63 वर्षीय किसान की आज शुक्रवार को दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
मृतक किसान का नाम ज्ञान सिंह बताया गया। जानकारी के अनुसार,उन्होंने सुबह सीने में दर्द की शिकायत की थी। फिर उन्हें पंजाब के राजपुरा के सिविल अस्पताल ले जाया गया था। इसके बाद उन्हें पटियाला के राजिंदरा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
टोल प्लाज़ा पर इकठ्ठा हुए किसान, आवाजाही में कोई बाधा नहीं
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, किसान संगठनों ने अपने ‘दिल्ली चलो’ अभियान के तहत विरोध करते हुए पंजाब की सीमाओं पर एकत्र हुए आंदोलनकारी किसानों पर पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की है। इसके साथ ही उन्होंने आज शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से दोपहर 3 बजे तक राज्य के सभी टोल प्लाजा पर कब्जा करने का आह्वान किया है।
किसानों के प्रदर्शन को लेकर हाई कोर्ट में दायर दो याचिका
किसानों के प्रदर्शन को लेकर मंगलवार 13 फरवरी को पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में दो याचिकाओं पर सुनवाई हुई थी। इनमें से एक याचिका में दिल्ली जाने के लिए बॉर्डर सील करने के खिलाफ थी और दूसरी याचिका प्रदर्शनकारियों के खिलाफ थी।
सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट के कार्यकारी चीफ जस्टिस जीएस संधावालिया और जस्टिस लपिता बनर्जी की डिविजन बेंच ने मैत्रीपूर्ण तरीक़े से मुद्दा सुलझाने के लिए कहा। बेंच ने राज्य सरकारों से कहा है कि वो प्रदर्शनकारियों के लिए जगह चिह्नित करें।
हाई कोर्ट ने केंद्र, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया था। जानकारी के अनुसार कोर्ट ने कहा कि प्रदर्शन करने वाले लोग भारत के नागरिक हैं और उन्हें खुले रूप से देश में कहीं भी आने-जानेअधिकार है। कोर्ट ने यह भी कहा कि राज्य सरकार का कर्तव्य है नागरिकों के अधिकार को सुरक्षित करने की है। इसकी वजह से किसी को परेशानी न हो इसका हम खायल रखेंगें।
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