जिला भदोही गोपीगंज वार्ड नंबर-5 की काफी महिलाएं अपने हाथों से बांस की टोकरी बनाती हैं। बढ़ती बेरोजगारी के आगे उनका यह रोजगार फीका पड़ चुका है। लोगों के अनुसार यहां हजारों परिवार व उनके पूर्वज डलिया बनाने का काम करते आ रहे हैं। इसी रोज़गार से उनके परिवार की हर ज़रुरत पूरी होती थी।
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एक दिन में 200 से लेकर 400 रूपये तक कमाई हो जाती थी लेकिन अब कोई पूछता तक नहीं है। कागज़ के कार्टन को लोग ज़्यादा पसंद करते हैं। अब घर का खर्चा चला पाना मुश्किल हो गया है। हर सामान पर महंगाई बढ़ गयी है जिसकी वजह से वह कोई सामान नहीं खरीद पाते हैं, न अपने बच्चों की ज़रुरत पूरी कर पाते हैं। उन लोगों को और कोई काम नहीं मिलता है। उनकी सरकार से यही मांग है कि उन लोगों के लिए कोई रोजगार प्रदान किया जाए।
ज्ञानपुर के विधायक विपुल दुबे का कहना है कि अभी तो उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं थी। अगर ऐसा मामला है तो कौशल विकास के तहत उन्हें रोज़गार दिया जाएगा। अभी ट्रेनिंग चल रही है। लोग आकर ट्रेनिंग ले सकते हैं। उस आधार पर उन्हें रोज़गार दिया जाएगा।
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