‘पीएम ग्राम सड़क योजना’ के तहत आने वाला गांव आज भी गड्ढा मुक्त नहीं हो पाया है जबकि साल 2000 में इस योजना की शुरुआत हुई थी। 23 सालों में कोई भी सरकार इस गांव को गड्ढा मुक्त नहीं कर पाई पर हाँ अपनी योजनाओं की वाह-वाही ज़रूर से की है।
जिला बांदा के गाँव मोहन पुरवा और गोयरा मुगली के बीच एक सड़क जाती है जोकि लगभग 20 किलोमीटर तक इतनी खराब है कि लोगों का वहाँ आना-जाना दूभर हो गया। लोगों का कहना है कि यह सड़क लगभग 5 सालों से खराब है, और प्रशासन इसका कुछ नहीं कर पा रही है ।
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यह सड़क इतनी खराब है कि आये दिन वाहनों के कभी टायर पंचर हो जाते हैं या तो गाड़ियां पलट जाती हैं। इस वजह से लोगों को बड़ी घटनाओं का डर बना रहता है। अगर कोई इमरजेंसी जैसे महिला को डिलीवरी के लिए या किसी बीमार व्यक्ति को अस्पताल ले जाना हो तो उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इन लोगों ने दफ्तरों के चक्कर लगा लिए लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है।
इस मामले में हमारी रिपोर्टर लगभग तीन बार कार्यालय जा चुकी हैं लेकिन वहाँ उन्हें जवाबदेही के लिए कोई अधिकारी नहीं मिल पाया है। वहां पूछने पर पता चला कि इन लोगों की चुनाव में ड्यूटी लगी हुई है। अगर यहाँ के ऐसे ही हालात मिलते रहें तो कब यह सड़क ठीक हो पायेगी और लोगों को राहत मिल पायेगी ?
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