जिला बांदा, ब्लॉक बड़ोखर, खुर्द गांव मवई बुजुर्ग में लोग अपने ही कूड़े से परेशान हो रहे हैं। इस गांव में कूड़ा फेंकने के लिए कहीं पर भी कूड़ादान स्थापित नहीं किया गया है, जिसकी वजह से लोग अपने घर के कूड़े को सड़क किनारे फेंक देते हैं। यह समस्या न केवल यहां के लोगों के लिए समस्यापूर्ण है, बल्कि जब भी हवा चलती है तो उनके घरों में कूड़ा उड़-उड़ कर आता है। इसकी वजह से लोगों में बीमारियों का खतरा बना रहता है।
लोगों का कहना है कि अगर हमारे गांव में कूड़ेदान जगह-जगह होता तो हम लोग सड़क किनारे क्यों फेंकते कूड़ा? इसलिए हम सभी गांव के लोग मजबूर होकर इस कूड़े को फेंकते हैं। निवासी बिंदा प्रसाद का आरोप है कि हमारे गांव में लगभग 20 सालों से कूड़ादान न होने के कारण सड़कों पर कूड़ा फेंक रहे हैं। यह कार्य प्रमुख रूप से बरसात के समय मुश्किलें पैदा करता है। इसके अलावा इस कूड़े के कारण कई साधन टूट जाते हैं और सड़क पर खतरा भी बढ़ जाता है, जिसके कारण घायल होने की भी संभावना होती है।
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इस बारे में प्रधान राजकरण वर्मा ने बताया कि यह गांव मॉडल चयनित किया गया है, जिससे अब हम सूखे कूड़े के लिए हर चौराहे और सर्वजनिक जगहों में जाली लगवा रहे हैं। हमने रिक्शा भी मंगवा लिया है ताकि लोगों को कूड़ा उठाने में मदद मिल सके। हम जल्द ही काम करवाने की कोशिश करेंगे। जनता को सुविधा मिलनी चाहिए।
खंड विकास अधिकारी बड़ोखर खुर्द, मुन्ना लाल पटेल ने बताया कि हमारे गांव मॉडल में लगभग 10 गांवों को 2022 और 2023 के लिए शामिल किया गया है और वहां भी सुविधाओं की व्यवस्था हो रही है। हालांकि, इस तरफ शिकायतें हमें अभी तक नहीं मिली हैं। अगर हमें इसके बारे में जानकारी मिलती है, तो हम वहां जांच कर सकते हैं। आपके द्वारा प्राप्त हुई जानकारी के आधार पर, मैं एडीओ (अतिरिक्त विकास अधिकारी) से जानकारी ले सकता हूँ और उन्हें दे सकता हूँ ताकि वहां कूड़ेदान की व्यवस्था की जा सके।
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