बांदा जिले के तिंदवारी ब्लॉक में महिला स्वास्थ्य कर्मी आशा बहू द्वारा प्रभारी चिकित्साधिकारी पर गाली-गलौच कर मरीज़ को भगाने का आरोप लगाया गया है। कहा कि, मरीज़ बिना इलाज कराये ही अपने परिवार के साथ बाँदा लौट गए। इस बात को लेकर महिला स्वास्थ्य कर्मी द्वारा चिकित्साधिकारी के खिलाफ थाने में भी दरखास्त दी गयी है।
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खबर लहरिया को मिली जानकारी के अनुसार, 19 सितंबर 2022 को पेट दर्द से पीड़ित दो मरीज़ों को लेकर जौहरपुर की स्वास्थ्य कर्मी आशा बहू आरती पीएचसी पहुंची थीं। उनके द्वारा मरीज़ की हालत को देखते हुए डॉक्टर को जल्दी देखने की बात कही गयी थी।
इस मामले में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. दिनेश राजपूत का कहना है कि आरती नाम की जो महिला आई थी उसके मरीज को उन्होंने देखा भी था और मौके पर इंजेक्शन भी लगाया था। वह गलत आरोप लगा रही हैं कि मैंने मरीज का इलाज नहीं किया और मरीज़ के साथ गाली-गलौच की है जबकि मैंने ऐसा कुछ नहीं किया है।
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स्वास्थ्य कर्मी आरती ने चिकित्साधिकारी डॉ. दिनेश राजपूत के खिलाफ़ गाली-गलौज करने और नौकरी से हटाने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है।
इस मामले मे तिंदवारी थाने के प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह ने खबर लहरिया को ऑफ कैमरा बताया कि स्वास्थ्य विभाग में जांच होने के बाद ही मामले की रिपोर्ट दर्ज की जायेगी।
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