‘हर मजदूर को काम मिल सके’, इस उद्देश्य से मनरेगा योजना की शुरुआत हुई थी, लेकिन बांदा जिले के गांव मुंगुस के लोगों का आरोप है कि उन्हें मनरेगा में कई महीनों से काम नहीं मिला है। उनका जॉब कार्ड भी बना हुआ है। मज़दूरी न मिलने से परिवार परेशान है कि वह अपनी आजीविका कैसे चलाये।
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