बांदा जिले के बुंदेलखंड के किसान पहले मेहनत बहुत करते थे। हर घर में बैल गाड़ी थी जिससे किसान अपने खेत में देसी खाद डालते थे और उससे अनाज बहुत ज्यादा पैदा होता था। ज्वार है, अरहर है, मूंग है, कटिया गेहूं और चना जैसे फसल बहुत ज्यादा पैदावारी होती थी। किसान खुशहाल रहता था।
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