जिला बांदा ब्लाक महुवाा का मजरा राजाराम का पुरवा यहां के लोगों का आरोप है कि कई सालों से हम मांग कर रहे थे ग्राम प्रधान से कि इस गांव में किसी तरह का विकास और प्राइमरी स्कूल तक ना होने के कारण बच्चे उसी गांव में बंधन बनकर रहते हैं
ना तो वहां पर नाली है ना खरंजा है और जब वोट की व्यारा होती है तो लोग राजा राम के पुरवा का पहचानते हैं और वहां से वोट मांगते हैं हाथ पांव जोड़ते हैं जब जीत जाते हैं फिर इसके बाद राजाराम के पुरवा के लिए कोई ध्यान नहीं दिया जाता है
इस मामले में ब्लॉक महुआ का बी डीओ संजीव कुमार बघेला का कहना है कि राजा राम के पुरवा के बारे में हम लोगों को मालूम नहीं था यह आपके जरिया से इस पुरवा के बारे में जानकारी हुई है यह ग्राम प्रधान का बुलाकर कार्य योजना में विकास के लिए डाल दिया जाएगा जैसे बजट जाएगा तो राजा राम के पुरवा में काम नाली खरंजा का शुरू करवा दिया जाएगा
मजरा राजाराम का पुरवा है जहां की आबादी लगभग 400 लोग की है और ये लगभग 200 साल का बना हुआ है पर अब तक किसी तरह के स्कूल नहीं है जो कि वहां के लोगों का आरोप है कि लगभग 40 बच्चे हैं 40 बच्चों में 20 बच्चे स्कूल नहीं जाते मजरा में स्कूल न होने के कारण। वहां के लोगों का आरोप है कि हमने कई बारी विभाग में भी जानकारी दी है फिर भी हमारे यहां के बच्चों के पढ़ने के लिए कोई प्राइमरी स्कूल कहाँ गया स्कूलों में शौचालय का पैसा?तक नहीं है
छोटे-छोटे बच्चे लगभग 3 किलोमीटर पैदल जाने को मजबूर हो जाते हैं इस कारण से बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं और एक और दूसरी बात भी है कि अगर हम लोग महुआ गाँव भेजते हैं ,तो वहां इलाहाबाद हाईवे रोड भी है छोटे बच्चों को कैसे भेजें और जो बड़े हो जाते हैं वह तो दूर जा कर पढ़ते हैं जो छोटे बच्चे हैं उनको नहर का भी डर रहता है कि बच्चे डूब ना जाए
ऐसे बच्चे हैं कि जो बच्चे बड़े हो जाते हैं वह भी नहीं जाते हैं कहते हैं कि इतनी दूर स्कूल में इस वजह से हम नहीं जा पाएंगे वहां की बच्चियों का कहना है कि जब पास में स्कूल नहीं है तो नहीं पढ़ते हैं अगर हमारे यहां पर स्कूल होता तो हम भी पढ़ ले जाते|