जिले में कोरोना संक्रमण और मरीजों की संख्या बढ़ने पर दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को 50-50 बेड का कोविड अस्पताल बनाए जाने के निर्देश हुए थे। इसमें जसपुरा और नरैनी सीएचसी को शामिल किया गया लेकिन इन निर्देशों पर अब तक अमल नहीं हुआ। सीएचसी अधीक्षक नरैनी डॉ.देव तिवारी का कहना है कि बीते वर्ष भी कोविड एल वन हॉस्पिटल बना था। इस बार भी 50 बेड के लिए निर्देश हुए हैं। अभी केस कम मिल रहे हैं। जल्द ही जरूरी संसाधन जुटा लिए जाएंगे।
अभी नरैनी सीएससी स्तर पर चार आर.आई.टी की टीम बनी हुई हैं वैसे तो जिले स्तर में सभी जगह बनी हुई है। लेकिन यहां पर 4 हैं और वह घर घर जाकर के लोगों की जांच करती हैं निगरानी रखते हैं अगर किसी को ज्यादा सर्दी जुखाम और उस तरह के लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें भर्ती कराने योग्य तो भर्ती कराया जाता है और अगर होम आइसोलेशन में रखने योग्य तो उन्हें होम आइसोलेशन में रखने के लिए कहा जाता है।
फिलहाल निर्देश तो है लेकिन अभी यहां पर अस्पताल खोला नहीं गया है।लेकिन जैसे ही केस बढ़ते जा रहे हैं संसाधन जुटाए जा रहे हैं। केस को देखते हुए खोला जाएगा| रही बात ऑक्सीजन की तो यहां पर डिलीवरी वार्ड में ऑक्सीजन की व्यवस्था है। बाकी अभी ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं है जो भी सिलेंडर थे यहां पर भरवाने के लिए बांदा भेज दिए गए थे तब से अभी आए नहीं हैं। अगर यहां पर कोविट अस्पताल खुल रहा है तो सभी व्यवस्थाएं की जाएंगी और वह भी मंगवाई जाएंगे।
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