बाँदा- इस कमर तोड़ महंगाई में नहीं नसीब हो रहा छत, पन्नी तानकर कर रहे गुजारा :उत्तर प्रदेश बांदा जिला के ग्राम पंचायत तारा के रहने वाले गरीब लोगों का आरोप है कि हमारे रहने के लिए एक भी आवाज नहीं है कई पंचवटी से आवास की मांग भी कर रहे हैं पर हम को आवास नहीं दिया जा रहा है जिसमें लोगों का आरोप है कि हर साल बाढ़ या बारिश से हमारे घर गिर जाते हैं हम बेघर वाले हो जाते हैं इस तरह के छाने छप्पर बनाकर साले रहते हैं साले मेहनत करते हैं पर मेहनत का जो हश्र होता है कि हमको प्रधानमंत्री आवास मिल जाएंगे पर जीतने के बाद जो प्रधान बनता है वह गरीब लोगों को ध्यान नहीं दिया जाता है जो पात्र हैं उनको आवास नहीं दिया जाता है जो पात्र नहीं हैं उनसे रुपये की लेनदेन में उनको आवास दिया जा रहा है जो गरीब का हक होता है उनका हक छीन कर दूसरे को आवास दिया जाता है सरकार के नियमों का पालन नहीं हो पा रहा है प्रधान मुख्यमंत्री जी का कहना है कि गरीबों को प्रधानमंत्री आवास दिया जाए पर गरीबों को प्रधानमंत्री आवास नहीं मिला है जिनसे पैसे मिलते हैं उन्हीं लोगों को प्रधानमंत्री आवास दिया जा रहा है ऐसे भ्रष्टाचार प्रधानों और सचिव के द्वारा किया जा रहा है सरकार का जो निमय है इसका लाभ गरीब लोग नहीं पाते हैं इस मामले में तारा प्रधान जीवन शर्मा का कहना है कि इन लोगों के घर गिरी में हम लेखपाल को बुलाकर लिखा दिया था अब इनको घर गिरी का पैसा मिला है इसलिए इनका दायरी आप्ता से आवास मिलेगा इस समय लाख डाउन होने के कारण कोई काम नहीं हो पा रहा है जो आवास लोगों को अभी आना था लाख डाउन होने के कारण इनके आवास रुके हैं जब लाख डॉन खुल जाएगा तो जरूर इन लोगों के खातों में पैसा आ जाएगा तो लोग अपना आवाज मनवा सकते हैं पर गरीबों को प्रधानमंत्री आवास नहीं दिया जाता है जिनसे 10000 या ₹5000 मिल जाता है उन्हीं लोगों को आवास दिया जाता है जिनके पास से ₹5000 10000 नहीं है उनको आवास नहीं दिया जाता है हकीकत में हमने देखा है तारा गांव में जो गरीब विकलांग हैं छानी छप्पर बनाकर रह रहे हैं इस महंगाई में जब घर बनाना असंभव है उनको प्रधानमंत्री आवास नहीं दिया गया है जो लोग पात्र नहीं है उन्हीं लोगों को प्रधानमंत्री आवास दिया गया है